नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने देश के प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों से नयी पीढ़ी के लिए नये शैक्षणिक लीडर पैदा करने का आहृान किया है। कोविंद ने शनिवार को यहां राष्ट्रपति भवन में 46 केंद्रीय विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलपतियों तथा प्रमुखों के सम्मलेन में यह अपील की। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नए लीडर बनने से देश में उच्च शिक्षण संस्थानों के डीन, निदेशक और प्रशासकों की एक टीम तैयार होगी।
सम्मेलन में कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, वास्तु शिल्प, पेट्रोलियम एवं उड्डयन आदि क्षेत्र से भी जुड़े हुए शिक्षण संस्थानों के प्रमुख भी शामिल थे। कोविंद ने इन उच्च शिक्षण संस्थानों से शोध एवं अनुसंधान तथा नवाचार एवं उद्यमशीलता को छात्रों में बढ़ाने की अपील की और कहा कि सतत विकास से भारत गरीबी को दूर कर सकता है और यह देश मध्यम आय वर्ग बन सकता है।
उन्होंने कहा, इन सभी शिक्षण संस्थानों को देश के सामाजिक आर्थिक लक्ष्य को पूरा करने में अपनी भूमिका निभानी है। जैसे केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय को कृषि के क्षेत्र में सार्थक अनुसंधान करने की जरुरत है, उसी तरह अन्य संसाधनों को आईटी, डिजाईन, ऊर्जा और पेट्रोलियम आदि के क्षेत्र में कुछ नया करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों को शोध के अलावा नवाचार तथा पर्यावरण के क्षेत्र में भी काम करना है और एक दूसरे से शिक्षा के क्षेत्र में सीखना है और आपस में साझीदार बनना है।