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बलात्कार को संसद में सांप्रदायिक रूप देने वाली कांग्रेस माफी मांगे : विहिप

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Dec 7 2019 7:03PM | Updated Date: Dec 7 2019 7:04PM
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नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद ने देश में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर रोष व्यक्त किया है और इस मुद्दे को संसद में साम्प्रदायिक रूप देने के लिए कांग्रेस की कड़ी निंदा करते हुए उससे क्षमायाचना करने की माँग की है। विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेन्द्र जैन ने शनिवार को यहां पत्रकारों से कहा कि देश में बलात्कार की बढती हुई घटनाओं पर संपूर्ण देश दुखी है और अपराधियों को कठोरतम दंड देने की मांग कर रहा है लेकिन पीड़तिाओं की क्रूर हत्या पर राजनीति करना इस क्रूर अपराध से कमतर नहीं है। 

डॉ. जैन ने कहा कि लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का यह कथन, ‘एक ओर मंदिर निर्माण की तैयारी चल रही थी और दूसरी ओर सीता को जिंदा जलाया जा रहा था’, घोर निंदनीय और आपत्तिजनक है। इन दोनों विषयों में कोई साम्य न होने के बावजूद जिस तरह इनको जोड़ा गया, वह उनकी विकृत मानसिकता को दर्शाता है। उनका यह बयान न केवल सीता माता का अपमान है बल्कि इस विषय पर देश की संवेदनाओं को भी आघात पहुंचाता है। 

उन्होंने कहा कि भारत में बढ़ते हुए बलात्कार जैसे संवेदनशील विषय पर लोकसभा में हुई चर्चा को कुछ सांसदों ने जिस तरह से सांप्रदायिक और राजनीतिक रंग देने की कोशिश की है, उस पर विश्व हिंदू परिषद चिंता व्यक्त करती है। सांसदों के वक्तव्य और व्यवहार उनकी मानसिकता को स्पष्ट करते हैं। राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के विषय पर तो इन लोगों की राम विरोधी मानसिकता पहले से ही स्पष्ट थी लेकिन बलात्कार जैसे घिनौने विषय पर भी कोई राजनीति कर सकता है, यह किसी सभ्य समाज में अकल्पनीय है।

उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से यह मांग करती है कि वह स्पष्ट करें कि क्या श्री अधीर रंजन चौधरी का बयान और व्यवहार कांग्रेस के चिंतन के अनुकूल है। यदि नहीं तो उन्हें इस बयान के लिए संपूर्ण देश, विशेषकर महिलाओं से, क्षमा याचना करनी चाहिए और चौधरी पर कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए। वह स्वयं एक महिला हैं और महिलाओं से संबंधित इस संवेदनशील विषय पर उनको अपनी स्थिति अति शीघ्र स्पष्ट करनी चाहिए।

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