नई दिल्ली। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक विवादित बयान सामने आया है। इस बयान में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को मरी हुई चुहिया कह डाला। विधानसभा चुनाव 2019 के लिए प्रचार करते समय रविवार को सोनीपत में एक चुनावी रैली के दौरान यह बयान दिया है। खट्टर ने कहा, 'कांग्रेस को 3 महीने ढूंढने के बाद कौन अध्यक्ष मिला सोनिया गांधी। खोदा पहाड़ निकली चुहिया, वो भी मरी हुई।'
उनके इस बयान की कांग्रेस ने निंदा की है और माफी की भी मांग की है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, 'भाजपा के मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया बयान न केवल अशोभनीय और निम्नस्तरीय है, बल्कि ये भाजपा के महिला विरोधी चरित्र को भी दर्शाता है। हम मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बयान की निंदा करते हुए उनसे अतिशीघ्र माफी की मांग करते हैं।' दरअसल, रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए खट्टर ने कहा, 'लोकसभा चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया और कहा कि पार्टी का नया अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होना चाहिए।'
उन्होंने कहा, 'हमने सोचा कि ये अच्छा कदम है। इससे परिवारवाद दूर होगा। उन्होंने देशभर में नया अध्यक्ष ढूंढा। 3 महीने बाद कौन अध्यक्ष बना? सोनिया गांधी। खोदा पहाड़ निकली चुहिया, वो भी मरी हुई।' बीजेपी ने रविवार को अपना घोषणा-पत्र जारी किया और कहा कि यह संकल्प पत्र है जो समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करता है। पार्टी ने इसमें किसानों और अनुसूचित जाति के सदस्यों को सरल ऋण, गरीब परिवारों की लड़कियों को नि:शुल्क शिक्षा और 25 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने समेत वादों की झड़ी लगाई है।
चुनाव घोषणा पत्र में कहा गया है कि अगर भाजपा सत्ता में वापसी करती है तो अनुसूचित जाति के लोगों को तीन लाख रुपए तक का बिना गारंटी का कर्ज दिया जाएगा, किसानों को तीन लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा और 25 लाख युवाओं को 500 करोड़ रुपए खर्च करके कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ में, युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए बिना गारंटी का कर्ज दिया जाएगा।
इतना ही नहीं सीएम खट्टर ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को पप्पू कहकर पुकारा। सेंटर में भी परिवारवाद वाली पार्टियां किस प्रकार तमाशा कर रही हैं आपको पता है और घर-घर में लड़ाई हो गई है। एक तो पप्पू और एक मम्मी, दोनों की अलग पार्टियां हो रही हैं। पहले पप्पू चौधरी था। लोकसभा चुनाव हारने के बाद बोला कि मैं नहीं रहता पार्टी का अध्यक्ष और राहुल बाबा ने अध्यक्षता ही छोड़ दी।