सूरत। गुजरात के सूरत में एक महिला बीच सड़क पर बेहोश होने का ड्रामा करने लगी। ट्रैफिक रूल्स की सख्ती होने पर भी गुजरात में कहीं-कहीं सरेराह ब्लैक फिल्म लगी कारें दौड़ रही हैं। सूरत के रिंग रोड, उधना दरवाजा के निकट ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने जब ऐसी ही एक काले शीशों वाली कार रोकी तो उसमें सवार महिला आगबबूला हो गई। वह कार से उतरी और पुलिसकर्मी पर टूट पड़ी। पुलिसकर्मी को धक्का दिया और थप्पड़ भी मारा। कुछ देर जूझने के बाद खुद ही सड़क पर गिर पड़ी। उसे देखकर लगा रहा था कि वह 'बेहोश' हो गई है। हालांकि, उस घटना का वीडियो बन जाने के कारण महिला की पोल खुल गई। महिला ने बेहोश होने का नाटक किया था। सलाबतपुरा पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक रांदेर रामनगर निवासी महिला हसुमती प्रवीण खरा गुरुवार दोपहर उधना दरवाजे से गुजर रही थी। वहां ड्यूटी कर रहे ट्रैफिक पुलिस के उप निरीक्षक जे.पी. शुक्ला ने कार के शीशे काले रंग के होने के कारण कार रुकवाई। उन्होंने 500 रुपए का चालान बनाया, जिसका हसुमती ने विरोध किया। उसने शुक्ला तथा कांस्टेबल शैलेष से अभद्र भाषा में बात की तथा उन्हें सस्पेंड करवाने की धमकी दी। चालान के रुपए मांगने पर उसने दोनों पर हमला कर दिया। उनके साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई की गई।
बात बढ़ जाने पर हसुमती ने जमीन पर गिर कर बेहोश होने का नाटक किया। खबर मिलने पर सलाबतपुरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। हसुमती को पहले अस्पताल ले जाया गया। सलाबतपुरा पुलिस ने शुक्ला की प्राथमिकी के आधार पर उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई में दखल तथा मारपीट को लेकर मामला दर्ज किया। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।