नई दिल्ली। देश में अधिकांश सार्वजिनक स्थानों और कार्यस्थलों पर बेबीकेयर की सुविधा नहीं होने के कारण 93 प्रतिशत महिलाओं को अपने बच्चे को स्तनपान कराने में असहजता का सामना करना पड़ता है। विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर मॉमस्प्रेसो डॉटकॉम द्वारा कराये गये एक सवेक्षण में यह खुलासा हुआ है। इसमें 900 महिलाओं ने भाग लिया जिसमें से अधिकांश 25 से 45 आयु वर्ग की थी। इसमें शामिल 93 प्रतिशत महिलायें ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों या कार्यस्थालों पर बच्चों की देखभाल के लिए विशेष स्थान नहीं मिलने की वजह से वे नवजात बच्चे को लेकर घर से निकलने में कइनिाइयां होती है।
इसमें शामिल मात्र छह प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि उनको कार्यस्थलों पर बेबीकेयर की सुविधा मिली है और उन्हें स्तनपान कराने में कोई असहजता नहीं हुयी। इस सर्वेक्षण में शामिल 35 महिलायें कामकाजी हैं जबकि शेष गृहणी हैं। घर से बाहर निकलने पर 94 प्रतिशत महिलाओं को विशेष बेबीकेयर स्थान नहीं मिलने पर उन्होंने कार में अपने बच्चे को स्तनपान कराया। इसमें शामिल 81 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि बेबीकेयर स्थान नहीं होने के कारण खुले में स्तनपान कराने पर राहगीरों द्वारा लगातार घूरने के कारण उन्हें असहजता का समाना करना पड़ा।