नई दिल्ली। भारत के कैलाश सत्यार्थी के नेतृत्व में दुनिया के 14 नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि 'जेब ढीली करें' और शिक्षा में निवेश करें ताकि बच्चों की उत्पीड़न और हिंसा से रक्षा की जा सकें। ओस्लो शिक्षा शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले यह संयुक्त बयान आया है जिसका उद्देश्य शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए 'मजबूत राजनीतिक प्रतिबद्धता' तैयार करना और स्कूल जाने वाले बच्चों की शिक्षा में सुधार लाना है।
बाल अधिकार कार्यकर्ता सत्यार्थी को 2014 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। उन्होंने शिक्षा में बड़े निवेश का आह्वान करते हुए इसे 'अत्यावश्यक' बताया और कहा कि उस मोर्चे पर विफलता से 'हमारा वर्तमान और भविष्य' खतरे में पड़ जाएगा। एक बयान में उन्होंने कहा, वर्ष 2015 हमें पृथ्वी और मानवता की नई इबारत लिखने का ऐतिहासिक अवसर देता है। जब वैश्विक समुदाय साहसिक, महत्वाकांक्षी सतत् विकास लक्ष्य के लिए एकजुट होगा तो यह हमारे लिए इस सदी का सबसे महत्वपूर्ण वर्ष होगा।