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टिहरी झील में सी-प्लेन के लिए हुआ समझौता

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 4 2019 3:13AM | Updated Date: Jul 4 2019 3:13AM
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देहरादून। उत्तराखंड स्थित टिहरी झील में सी-प्लेन के संचालन हेतु वाटरड्रोम की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की उपस्थिति में नागरिक उड्डयन मंत्रालय, केन्द्र सरकार, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण एवं राज्य सरकार के बीच एक समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इसके साथ उत्तराखंड वाटर ड्रोम की स्थापना के लिए एमओयू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया। इतना ही नहीं, पिथौरागढ़ स्थित नैनी सैनी में हवाई सेवाओं के सफल संचालन के लिए भी कम्यूनिकेशन, नेवीगेशन, सर्विलांस एंड एयर ट्रैफिक मेनेजमेंट सर्विसेज (सीएनएस-एटीएम) एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए।

मुख्यमंत्री ने दोनों एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे राज्य के लिए ऐतिहासिक अवसर बताते हुए कहा कि टिहरी झील में सी-प्लेन के संचालन के लिए बड़ी शुरूआत हुई है। इससे टिहरी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र में पर्यटन संबंधी गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। जिससे स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों को लाभ होगा। पिछले कुछ समय में टिहरी की पहचान प्रमुख पर्यटक स्थल के तौर पर बनी है। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ राज्य का दूरस्थ क्षेत्र है। इसका सामरिक महत्व भी है। नैनी सैनी में हवाई सेवाओं के संचालन से पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोगों को भी बहुत सुविधा होगी।

राज्य सरकार पिथौरागढ़ को पर्यटक स्थल के तौर पर विकसित कर रही है। वहां 50 हेक्टेयर में ट्यूलिप गार्डन बनाया जाएगा। जो कि देश का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन होगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की संयुक्त सचिव उषा ने बताया कि यह समझौता केन्द्र सरकार के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। वाटरड्रोम के लिए पहली बार किसी राज्य के साथ समझौता किया गया है। उड़ान योजना के क्रियान्वयन में मुख्यमंत्री एवं उत्तराखण्ड सरकार ने काफी सक्रियता दिखाई है। प्रदेश में हवाई सेवाओं के विस्तार के लिए राज्य सरकार ने हमेशा सहयोग दिया है। उड़ान योजना में हवाई अड्डा की लागत का सौ प्रतिशत केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाता है।

उषा ने कहा कि पिथौरागढ़ में हवाई सेवाओं के संचालन को बहुत गम्भीरता से लिया गया है। राज्य में 13 हेलीपोर्ट विकसित किए जाने हैं इनमें से 10 की डीपीआर दे दी गई है। जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट को भी विकसित किया जा रहा है। इसके टर्मिनल की क्षमता को 150 से बढ़ाकर 1800 किया जाएगा। उन्होंने कहा अगस्त में फिक्की के सहयोग से देहरादून में हेलीकाप्टर कान्क्लेव आयोजित किया जाएगा। उन्होंने पवन हंस की ओर से सीएसआर के अंतर्गत शिक्षा के क्षेत्र में 60 लाख रुपए की सहयोग राशि दिए जाने की बात भी कही इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी सोना सजवाण, विधायक विनोद कण्डारी, धन सिंह नेगी,  विजय सिंह पंवार, शक्ति लाल शाह, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के कार्यकारी निदेशक एस चड्ढा, अपर सचिव नागरिक उड्डयन उत्तराखण्ड सोनिका, जिला अधिकारी, टिहरी वी. षणमुगम, मुख्यमंत्री के नागरिक उड्डयन सलाहकार कैप्टन दीप श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

 
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