मुंबई। झारखंड में तबरेज अंसारी को भीड़ की ओर से बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या किये जाने के कुछ दिनों बाद उसके चाचा मकसूद आलम ने झारखंड उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से इस मामले की जाँच कराने की मांग की है। जमियत उलेमा हिंद के कानूनी सेल के प्रमुख गुलजार आजमी ने सोमवार को यहां बताया कि जमियत उलेमा हिन्द की एक कानूनी टीम ने हाल ही में एक याचिक दायर की है। याचिका में उन्होंने एक संप्रदाय के खिलाफ सरायकेला थाने में भारतीय दंड संहिता की विभन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कराने और पीड़ति को न्याय दिलाने के लिए सीबीआई को यह मामला सौपने की मांग की। आजमी के मुताबिक याचिका में कहा गया कि 17 जून, 2019 को मृतक तबरेज जमशेदपुर में अपनी बीमार बहन से मिलने गया था।
वह अपनी चाची नजमुन्नीसा के साथ था और घर लौट रहा था। तभी उसे गुंडों के एक गिरोह ने बेरहमी से पीट पीट कर मार दिया था। उन्होंने कहा बदमाशों के गिरोह ने उसे जबरदस्ती ‘‘जय श्री राम’’ और ‘‘जय हनुमान’’ बोलने को कहा। उसे बार बार पीटा गया और बाद में 18 जून को उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। प्रशासन ने भी उसे उपयुक्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जिससे 22 जून को उसकी मौत हो गयी। याचिकाकर्ता ने झारखंड उच्च न्यायालय से मामले में मुकदमे में जल्दी सुनवाई करने और छह महीने में कार्यवाही समाप्त करने के लिए एक फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने की भी गुहार लगाई है। वरिष्ठ अधिवक्ता ए. आलम ने पीड़ति के परिवार की ओर से एक याचिका दायर की है।