नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान वायु के बाद मानसून की धीमी पड़ गई गति अब फिर से तेज होने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि 20 जून तक बंगाल की खाड़ी में फिर से निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा। ऐसे में मानसून के फिर से रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है। स्काईमेट के जेपी शर्मा ने बताया कि सेंट्रल इंडिया में अभी तक बारिश ना के बराबर हुई है। लेकिन 20 जून के बाद मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में तेज बारिश की उम्मीद है।
रविवार को भी मानसून की गति में मामूली तेजी देखने को मिली। मानसून ने कर्नाटक, मैसूर और पूर्वोत्तर में गंगटोक तक दस्तक दे दी है। हालांकि, अब भी मानसून अपने सामान्य समय से लगभग दस दिन पीछे चल रहा है। आपको बता दें कि मानूसन सीजन की बारिश में अब तक कुल कमी 43 फीसदी तक पहुंच गई है। मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गोवा में अब तक सामान्य से 59 फीसदी तक कम बारिश दर्ज की गई है। जबकि पूर्व और पूर्वोत्तर में 47 फीसदी तक कम बारिश दर्ज हुई है। ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है।
क्योंकि खरीफ फसल जैसे धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। ये सभी फसलें मानसून की बारिश पर टिकी होती हैं। भारतीय मौसम विभाग ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा है कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में भारी बारिश की चेतावनी है।