नई दिल्ली। बेशक बॉलिवुड में अब लीक से हटकर कम बजट की बेहतरीन फिल्में बनने लगी हैं और ऐसी फिल्मों को अब दर्शक हाथोंहाथ ले भी रहे हैं। 'राब्ता' से निर्देशन की फील्ड में एंट्री कर रहे दिनेश विजान की बतौर प्रड्यूसर उनकी पिछली फिल्म 'हिंदी मीडियम' भी कुछ इसी स्टाइल की फिल्म थी। लेकिन, अब जब दिनेश ने बतौर डायरेक्टर 'राब्ता' बनाई तो इसको देखने के बाद हॉल में बैठे दर्शक भी हैरान रह जाते हैं कि वह इस फिल्म में क्या कहना चाहते हैं।
कहानी: राब्ता की कहानी है दो ऐसे प्रेमियों- शिव और सायरा की जो पिछले जन्म में भी प्रेमी थे, लेकिन हालात दोनों को एक-दूसरे से अलग कर देते हैं। इस जन्म में भी दोनों एक-दूसरे से मिलते हैं, प्यार करते हैं लेकिन फिर वही हालात बनते हैं कि दोनों बिछड़ जाते हैं। पिछले जन्म की अधूरी प्रेम कहानी नए जन्म में पूरी होती है या नहीं, यही है फिल्म राब्ता।
ऐक्टिंग: इस फिल्म की सबसे बड़ी यूएसपी सुशांत और कृति की बेहतरीन केमिस्ट्री है। इन दोनों ने अपने किरदार को ऐसे जोशीले और अलग अंदाज के साथ निभाया है कि जिस-जिस सीन में भी यह जोड़ी दिखाई देती है दर्शक वहीं फुल एन्जॉय करते हैं। बेशक, सुशांत के अपोजिट कृति कुछ सीन्स में उनसे कमजोर नजर आईं, लेकिन ऐसा भी नहीं कि कृति ने कहीं दर्शकों को निराश किया हो। इंटरवल से चंद मिनट पहले कहानी में जिम सरभ की एंट्री जबर्दस्त और शानदार ढंग से होती है, लेकिन कुछ देर बाद लगने लगता है जिम कुछ नया नहीं कर रहे हैं।
निर्देशन: दिनेश ने पुर्नजन्म कहानी पेश की, लेकिन यह भावनात्मक तौर पर कमजोर है। यही इस फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी है। पूरी फिल्म में दमदार विजुअल्स, शानदार लोकेशन्स और बेहतरीन कॉस्टयूम जरूर देखने को मिलते है। दिनेश ने सुशांत और कृति के किरदारों को बेहतरीन बनाने के लिए अच्छी मेहनत की है, वहीं जहां इंटरवल से पहले तक की फिल्म जेन एक्स का एंटरटेनमेंट करती है तो इंटरवल के बाद जब पुर्नजन्म की कहानी शुरू होती है तो दर्शकों की यही क्लास खुद को असहाय महसूस करती है। फिल्म में ना जाने कौन सा युग दिखाया है जहां कबीलों में रहने वालों की ड्रेसिंग समझ से परे है। ऐसा लगता है दिनेश ने इस और ध्यान नहीं दिया।
संगीत: फिल्म में कई गाने है और हर गाने को बेहतरीन लोकेशन पर शूट किया गया है। रिलीज से पहले ही फिल्म के दो गाने- इक वारी आ, मैं तेरा बॉयफ्रेंड कई म्यूजिक चार्ट्स में शामिल हो चुके है। बरसों पुराने गाने इक लड़की भोली-भाली-सी का फिल्मांकन गजब का बन पड़ा है।