स्टारकास्ट : स्वरा भास्कर, पंकज त्रिपाठी, संजय मिश्रा, इश्तियाक आरिफ़ खान
डायरेक्टर : अविनाश दास
प्रोड्यूसर : प्रिया कपूर, संदीप कपूर
लेखक : अविनाश दास
कहानी:
अनारकली ऑफ आरा गांव-कस्बों की नाटक नौटंकियों में नाचने वाली एक नचनिया की कहानी है। जो अपने पेशे के मुताबिक मर्दों का मन बहलाने और उनका मनोरंजन करने के लिए स्टेज पर ठुमके लगाती है और द्विअर्थीय गाने तो गाती है लेकिन उसकी सीमाएं निश्चित हैं।
वह दूध की धुली नहीं है, वह लोगों के साथ शारीरिक संबंध भी बनाती है, लेकिन हर काम अपनी मर्जी से करती है। अपने पेशे और निजी जिंदगी को लेकर उसके निजी चुनाव हैं, और इन सब की आड़ में वह किसी को भी अपना फायदा नहीं उठाने देती।
वह यूं ही किसी अबला नारी की तरह जुर्म के सामने झुक जाने को तैयार नहीं है। वह गलत के विरोध में आवाज उठाती है। वह छाती चौड़ी करके सत्ता और कानून की आड़ में होने वाले अपराध के काले चेहरे के सामने खड़ी होती है। जब वैश्यावृत्ति के मामले में फंसाया जाता है तो वह यूं ही इसे सह लेने या खुद को खत्म कर लेने का फैसला नहीं लेती।
स्वरा भास्कर ने अपने किरदार को बखूबी निभाया है। इसके अलावा संजय मिश्रा, पंकज त्रिपाठी को देखकर लगता है कि आखिर उन्हें बेहतरीन एक्टर्स क्यों कहा जाता है। बहुत ही कमाल का अभिनय इन दोनों स्टार्स ने किया है।
कहानी के लिहाज से फिल्म का म्यूजिक एक दम सटीक है। क्योंकि जिस तरह की फिल्म की कहानी और स्क्रिप्ट है फिल्म को इसी तरह के म्यूजिक की जरूरत थी। यदि आप एक ऐसी फिल्म देखना पसंद करते हैं जिसमें कलाकारों का अभिनय शानदार हो और फिल्म एक सीख देती हो तो यह फिल्म खास तौर से आप ही के लिए है।