निर्माताः यूटीवी/साजिद नाडियाडवाला
निर्देशकः सब्बीर खान
सितारेः टाइगर श्रॉफ, श्रद्धा कपूर, सुधीर बाबू, सुनील ग्रोवर
बागी 2004 की तेलुगु फिल्म वर्षम और इंडोनेशियाई थ्रिलर द रेडः रिडंपशन का मिक्स है। हीरो-हीरोइन के प्रेम का प्रसंग वर्षम से लिया गया है कि लड़की (श्रद्धा कपूर) को उसका पिता फिल्म हीरोइन बनाता है और जब सचमुच का विलेन (सुधीर बाबू) उसे उठा लेता है तो वह हीरो (टाइगर श्रॉफ) से मदद लेता है।
रॉनी के पिताजी मरने से पहले उसे अपने दोस्त के पास केरला भेजते हैं, जहां उसे मार्सल आर्ट्स की ट्रेनिंग दी जाती है। यहां वह अपनी कमियों को दूर करने आया है। यहां वह लक्ष्यहीन बागी से एक मकसद वाले बागी में तब्दील होता है। ऐसा हम अब तक कई फिल्मों में देख चुके हैं। हालांकि, फिल्म में ऐसा बहुत कुछ है, जो हमें बांधे रखता है। मसलन-एक सख्त ‘गुरु’ जो युवा नायक को अपनी कड़ी ट्रेनिंग से गुजारता है।
खूबसूरत केरल से लेकर बैंकॉक तक में फिल्माए गए उधारी के एक्शन सीन्स (फिल्म एक इंडोनेशियन एक्शन फिल्म और एक तेलुगु मूवी पर आधारित है) दर्शकों पर भारी पड़ने लगते हैं। फिल्म में बुरे शख्स का किरदार तेलुगु स्टार सुधीर बाबू ने निभाया है। फिल्म में वे भी मार्शल आर्ट चैंपियन बने हैं। उनकी नजर सिया (श्रद्धा) पर है। सिया, जिसे रॉनी पसंद करता है। राघव को जब पता चलता है कि रॉनी - सिया एक दूसरे से प्यार करते हैं तो वो उन दोनों को अलग कराने के लिए गुंडे भेजता है। एक्शन- रोमांस फिल्म में कई ट्विस्ट एंड टर्न्स आते हैं.. सिया और रॉनी का अलग होना.. राघव का बैंकॉक का सबसे बड़ा गुंडा बनना.. एक्शन.. प्यार.. जुनून और एक राज।
एक्टिंग के मामले में फिल्म में सबसे बेहतरीन हैं टाईगर श्राफ.. एक्शन सीन्स हों या रोमांटिक, टाईगर ने यह जता दिया कि वे बॉलीवुड में एक या दो फिल्मों के लिए नहीं आए हैं। वहीं, श्रद्धा कपूर हर फिल्म की तरह क्यूट चुलबुली सी लगीं हैं। लेकिन यहां साथ में उन्होंने थोड़ा एक्शन में भी हाथ आजमाया है।
फिल्म कहानी के मामले में काफी कमजोर है। बीच में बेकार की कॉमेडी ठूंसने की कोशिश की गई है। लेकिन फिल्म की सिनेमेटोग्राफी बेहतरीन है। फिल्म में केरल को काफी खूबसूरत दिखाया गया है। लोकेशंस से आपको प्यार हो जाएगा।