मुंबई। त्रिपुरा में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद देश में शुरू हुई प्रतिमा तोड़ने की घटनाओं के बीच महाराष्ट्र में भी पुतले की राजनीति शुरू हो गई है। बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा में छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस ने अरब सागर में बनाए जाने वाले स्मारक में शिवाजी महाराज की प्रतिमा छोटी करने का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल किया। विधानसभा में एनसीपी के नेता जयंत पाटिल ने कहा कि अरब सागर में छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक बनाया जाने वाला है।
सरकार ने कहा था कि यहां शिवाजी महाराज की विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा लगाई जाएगी, लेकिन स्मारक में प्रतिमा 160 मीटर से घटाकर 126 मीटर की कर दी गई। उन्होंने सवाल किया कि सरकार ने प्रतिमा की ऊंचाई कम क्यों की। इस मुद्दे पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी सरकार की नीयत पर सवाल उठाया। इस मुद्दे पर भारी हंगामे के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा की ऊंचाई 160 मीटर ही रहेगी, जो विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा होगी। प्रतिमा का चबूतरा 32 मीटर होगा।