भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बसपा और सपा का समर्थन मिलने के बाद बुधवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष कमलनाथ, पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया व अन्य के साथ राजभवन पहुंचे। हालांकि अभी तक राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता नहीं दिया है। राज्यपाल ने कहा कि पहले नेता चुनें और उसके बाद सरकार बनाने का दावा पेश करें।
वहीं कांग्रेस सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के मुताबिक, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कलमनाथ को राज्य की कमान सौंपी जा सकती है। पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का कमलनाथ के समर्थन में आना इसकी बड़ी वजह मानी जा रही है। फिलहाल ज्योतिरादित्य सिंधिया से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बातचीत हो रही है। पार्टी आलाकमान इस कोशिश में है कि सिंधिया खुद ही कमलनाथ के नाम का प्रस्ताव रखें और दिग्विजय जैसे बड़े नेता उस पर समर्थन दें।
बता दें कि मंगलवारो को पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने बीजेपी से राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का सिंहासन छीन लिया है। वहीं, मध्यप्रदेश में कांग्रेस बहुमत से महज दो कदम दूर रही कांग्रेस को सपा-बसपा ने समर्थन दे दिया है। कांग्रेस ने यहां 114 सीटें जीती हैं, जबकि बीजेपी के पास 108 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 116 है। ऐसे में बसपा और सपा का समर्थन मिलने के बाद कांग्रेस का आंकड़ा 117 पहुंच गया है।