नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की गिनती शुरू हुए 24 घंटे से ऊपर होने के बाद पूर्म रीप से परिणाम सामने आए हैं। ईवीएम के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि नतीजे घोषित होने में इतना समय लगा हो। आज सुबह 7 बजे से बची हुई तीन सीटों पर गिनती शुरू हुई। इसके बाद सभी 230 सीटों के नतीजे घोषित हुए जिसमें कांग्रेस ने 114, BJP ने 109, 4 निर्दलीय, 2 बसपा और सपा को 1 सीट मिली।
इसके साथ ही मध्यप्रदेश में काफी लंबे समय बाद कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। हालांकि पार्टी इस बार भी पूर्णबहुमत के काफी करीब पहुंचकर इससे चूक गई। जिसके चलते प्रदेश में अब जोड़-तोड़ की राजनीति देखने को मिल सकती है। कांग्रेस पार्टी की एमपी में सरकार बनाने के लिए 116 सीटें चाहिए और वह बहुमत से केवल 2 सीटें कम है। कांग्रेस को 114 सीटें मिली है।
इसके बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बड़ी पार्टी उभरकर आने की संभावना के मद्देनजर और निर्दलीयों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर मिलने का वक्त मांगा। वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस को जनादेश नहीं मिला है, हम आज राज्यपाल महोदय से मिलेंगे।बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि कई निर्दलीय हमारे संपर्क में हैं।
बता दें कि इन सीटों पर मतगणना में देरी इसलिए हुई क्योंकि गिनती से कुछ समय पहले कुछ लोगों ने 256 डाक मतपत्रों की बोरी को लूट लिया था। खबर के मुताबिक, सोमवार(10 दिसंबर) को भिंड जिले के प्रधान डाकघर में पदस्थ डाकिया राजेंद्र यादव से कार युवकों ने मारपीट कर डाक मतपत्रों से भरी बोरी को लूट लिया था। इस लूट के एक घंटे बाद ही मतपत्रों से भरी बोरी राधा कॉलोनी के पास नाले में मिली। पुलिस इस पर कार्रवाई कर रही है।
1 सीट पर नतीजे आने बाकी हैं। कांग्रेस इस सीट पर आगे चल रही है। कुल 113 सीटें जीत चुकी है। अगर इस सीट पर भी कांग्रेस की जीत होती है तो भी वह बहुत से 2 कदम दूर (114) होगी