भोपाल। व्यापमं घोटाले पर एक बार फिर से कांग्रेस के नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरा है। सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई से झटका मिलने के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के साथ मिलकर शनिवार को राजधानी की स्पेशल कोर्ट में सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम उमा भारती सहित 18 के खिलाफ परिवाद दायर किया है।
इस मामले पर दिग्विजय सिंह की तरफ से पैरवी करने के लिए दिल्ली से कांग्रेस नेता सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ एडवोकेट कपिल सिब्बल और विवेक तन्खा मौजूद रहे। दिग्विजय ने दायर परिवाद में कहा है कि मुख्यमंत्री सहित अन्य आरोपियों को बचाने के लिए व्यापमं मामले की एक्सेल शीट में फेरबदल किया गया है। जिन जगहों पर सीएम का नाम था, उसे हटाकर शीट तैयार की गई है। दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि उनके पास व्यापमं मामले पर हार्ड डिस्क से निकली हुई मूल कॉपी मौजूद है। कांग्रेस नेता ने कोर्ट से कहा है कि यह मामला बहुत ही गंभीर है, ऐसे में दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
दिग्जिवय सिंह ने व्यापमं मामले पर भोपाल की स्पेशल कोर्ट में दो घंटे से अधिक समय तक बयान दर्ज कराया और 27000 पन्नों का दस्तावेज सौंपा। दिग्विजय ने बयान में कहा कि बेंगलुरू से मंगवाई गई टुथ रिपोर्ट में इसका जिक्र है। ये परिवाद के साथ लगाई है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इस पूरे मामले का अनुसंधान आरोपियों को दंडित करने नहीं उनको बचाने के लिए हुआ है। सीबीबाई केन्द्र सरकार की फारेंसिक लैब में डिस्क भेजने की बजाए गुजरात की फारेंसिक लैब भेजी गई। उन्होंने कहा कि इस गंभीर मामले पर गलत समय में सीजर दिखाया गया है जबकि वेल्यू नहीं दिखाई गई। टूथ लैब के अनुसार 18 जुलाई की शाम करीब 4 बजे से रात 8 बजे के बीच टेम्परिंग होना प्रमाणित होता है।