इंदौर। किसानों के दस दिन के गांव बंद आंदोलन के बाद अब अनाज खरीदने वाले मंडी व्यापारी भी तीन दिन की हड़ताल पर रहेंगे। सकल अनाज दलहन-तिलहन व्यापारी महासंघ ने 21 से 23 जून तक हड़ताल करने का निर्णय लिया है। इसके बाद भी व्यापारियों की मांगें नहीं मानी गर्इं तो 1 जुलाई से बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। गुरुवार से इंदौर सहित प्रदेशभर की अनाज मंडियों में कामकाज प्रभावित रहेगा।
व्यापारियों की पीड़ा है कि नोटबंदी और जीएसटी से पहले ही व्यापार प्रभावित हैं। अब ई-नीलामी और ई- अनुज्ञा जैसी जटिल व्यवस्थाएं थोप दी गई हैं। जीएसटी रिटर्न जमा करने के लिए छोटे व्यापारियों को सीए को मोटी रकम फीस के रूप में देना पड़ रही है। सकल अनाज दलहन-तिलहन व्यापारी महासंघ समिति इंदौर के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल व सचिव राधेश्याम माहेश्वरी ने बताया कि राज्य सरकार मंडी में बिना तैयारी के ई-नीलामी शुरू करने जा रहा है।
वहां, पुरानी व्यवस्था के स्थान पर प्रारंभ की गई ई-अनुज्ञा व्यवस्था से भी व्यापारियों को नुकसान हो रहा है। व्यापारियों का कहना है कि समिति ने विभिन्न मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपा था। फिर भी उचित कार्रवाई नहीं की गई। इस कारण तीन दिन की हड़ताल पर जा रहे हैं। इसके बाद भी मांगें नहीं मानी गर्इं तो जुलाई में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।