उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार के पास करीब 40 वर्ष पुराने शहनाई द्वार चैनल नंबर दो की छत से शुक्रवार सुबह प्लास्टर का बड़ा हिस्सा भरभरा कर गिर गया। हालांकि इस दौरान इस मार्ग से किसी श्रद्धालु की उपस्थिति नहीं होने के कारण किसी को भी चोट नहीं लगी है। सूचना के बाद दर्शनार्थियों का मार्ग बदल कर सुधार कार्य शुरू कर दिया था। शनिवार से फिर इसी मार्ग से प्रवेश शुरू होने का हवाला अधिकारी दे रहे हैं।
बताया जाता है कि जब प्लास्टर गिरा उस समय सामान्य दर्शनार्थियों के साथ-साथ 251 रुपए की रसीद से सशुल्क दर्शन, वीआईपी प्रवेश भी शहनाई द्वार से जारी था, लेकिन घटना के दौरान कोई यहां मौजूद नहीं था। बाद में मंदिर प्रशासन के अधिकारियों ने तुरंत मंदिर की निर्माण शाखा के कर्मचारियों को सूचित कर प्लास्टर का मलबा हटाकर इस मार्ग से श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक कर पांच नं. द्वार से निकालने की व्यवस्था की। वैसे भी इस मार्ग से सुबह के समय सामान्य दर्शनार्थी, आने वाले वीआईपी और 251 रुपए से शीघ्र दर्शन टिकट लेने वाले दर्शनार्थी मंदिर में जाते हैं। शहनाई द्वार का निर्माण वर्ष 1978 में हुआ था।