भोपाल। शनिश्चरी अमावस्या के अवसर पर मध्यप्रदेश के विभिन्न स्थानों पर लोगों ने शिन भगवान के दर्शन किए और पवित्र नदियों में स्रान किया। बड़वानी में अमावस्या का स्रान करते हुए दो युवकों और सतना में एक वृद्ध की मृत्यु हो गई। शनिचरी अमावस्या पर मुरैना के ऐंती गांव के शनि मंदिर में लाखों लोग दर्शन करने पहुंचे। ऐंती में पांच लाख से ज्यादा श्रृद्धालु पहुंचे। आषाढ़ में शनिचरी अमावस्या 10 साल बाद पड़ी है। यहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आए। रात के 12 बजे से ही लोगों ने मंदिर में दर्शन के लिए लाइन लगाना शुरू कर दी।
सुबह होते-होते लाइन दो किमी से ज्यादा लंबी हो चुकी थी। यहां दर्शन का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। सतना जिले के चित्रकूट में रात आठ बजे तक 15 लाख श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में डुबकी लगा ली थी। भक्तों ने कई मंदिरों में दर्शन किए। उन्होंने भागवान कामता नाथ की परिक्रमा कर पूजा अर्चना की। यहां नहाते समय 85 वर्षीय एक वृद्ध की डूबने से मृत्यु हो गई।
उज्जैन में पवित्र क्षिप्रा नदी में स्रान के लिए श्रद्धालुओं तांता लगा रहा। उज्जैन-इन्दौर फोरलेन के समीप त्रिवेणी किनारे स्थित नवग्रह मंदिर में शुक्रवार दोपहर से ही बड़ी संख्या में लोग आना शुरू हो गए थे। लोगों ने शुक्रवार देर रात ही शिप्रा नदी में डुबकी लगाई। इसके अलावा भगवान महाकालेश्वर मंदिर में भी भारी संख्या में लोग दर्शन के लिए पहुंचे। इधर, बड़वानी में शनि अमावस्या के स्रान के दौरान हादसा हो गया। थाना पुलिस सूत्रों के अनुसार टेमरिया निवासी 19 वर्षीय विनोद और गुलाटी निवासी 18 वर्षीय मनोज की सुबह नर्मदा नदी में डूब जाने से मृत्यु हो गई। उनके शव सायं खोज लिए गये।