भोपाल। मध्य प्रदेश से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के 11 संदिग्ध जासूसों को गिरफ्तार किया गया है। इन्हें मध्य प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने गुरूवार को चार शहरों से गिरफ्तार किया है। इन चार शहरों में भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और सतना शामिल हैं। खबरों के मुताबिक ये सभी जासूस गैरकानूनी टेलिफोन एक्सचेंज चलाते थे। आरोपियों के पास से सौ सिमों को किया बरामद किया गया है।
जल्द होंगे बड़े खुलासे
जांच एजेंसी का कहना है कि अभी जांच जारी है और आने वाले कुछ समय में और बड़े खुलासे होंगे। इतना ही नहीं जांच एजेंसी का कहना है कि इन जासूसों का नेटवर्क के देश के कई हिस्सों में सक्रिय है।
जांच के घेरे में टेलिकॉम कर्मचारी
गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एटीएस चीफ संजीव शमी ने कहा कि ग्वालियर से पांच, भोपाल से तीन, जबलपुर से दो और सतना से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। सतना के कोलगवां थाना इलाके से पकड़ा गया बलराम पाकिस्तान से मिले पैसे कश्मीर में आतंकियों को पहुंचता था और वहीं इन सभी की आर्थिक मदद करता था। ये लोग इंटरनेट कॉल को सेल्यूलर नेटवर्क में बदलकर दूसरे देशों में बैठे अपने आकाओं तक जानकारियां पहुंचाते थे। इस मामले में टेलिकॉम कंपनियों में काम करने वाले कुछ कर्मचारी भी जांच के घेरे में है।
सेना की जानकारी कर रहे थे लीक
जांच में पता चला है कि ये आरोपी ISI के जासूसों के फोन कॉल जम्मू-कश्मीर में तैनात सेना के जवानों के पास सैटेलाइट कॉल की तरह भेजते थे। ये जासूस खुद को सेना का वरिष्ठ अधिकारी बताकर जवानों से खुफिया जानकारी जुटाने की कोशिश करते थे।
भाजपा नेता का रिश्तेदार भी शामिल
मप्र एटीएस चीफ ने बताया कि जितेंद्र ठाकुर और कुश पंडित नाम के ये दो लोग अवैध कॉल सेंटर को ऑपरेट करते थे। इसमें जितेंद्र ठाकुर ग्वालियर में भाजपा पार्षद वंदना सतीश यादव का रिश्तेदार बताया गया है। इस मामले में एटीएस सभी से पूछताछ कर रही है।
युद्ध की साजिश रचने का केस दर्ज
मप्र एटीएस के चीफ संजीव शमी ने एजेंटों को पकड़ने के इस ऑपरेशन को लीड किया है। उनके मुताबिक सभी आरोपियों के खिलाफ इंडियन टेलीग्राॅफ एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत देश के खिलाफ युद्ध की साजिश रचने का केस दर्ज किया गया है।
ऐसे हुआ खुलासा
इन जासूसों को जम्मू में पकड़े गए दो लोगों से की गई पूछताछ के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इस जासूसों को बलराम नाम का शख्स फंडिंग कर रहा था।
लॉटरी के नाम पर आते थे पैसे
सतना के बलराम के अकाउंट में बाहर से पैसा आता था। हवाला और लॉटरी के नाम पर ठगी कर बलराम के अलग-अलग बैंक खातों में रुपए आते थे। इन पैसों को वह जम्मू भेजता था। जहां सतविंदर जासूसी में रुपए खर्च कर सेना की जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था। नवंबर 2016 में सतविंदर के पकड़े जाने के बाद बलराम का नाम सामने आया था।
विजयवर्गीय और गृह मंत्री ने दी बधाई
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी है। विजयवर्गीय ने कहा कि आतंकवाद या उसका समर्थन करने वाले कहीं भी हों, उन्हें सख्ती से कुचला जाएगा।
वहीं, मध्यप्रदेश के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने भी एटीएस की टीम को बधाई दी है। गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप मध्यप्रदेश पुलिस सजग और सतर्क रहकर काम कर रही है। प्रदेश से अपराधियों के खात्मे के प्रति पुलिस प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है।