मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पकड़े गए कन्वर्जन रैकेट में बड़ा खुलासा हुआ है। पता चला है कि आरोपी 20 लाख रुपये देने का लालच देकर लोगों का ईसाई मजहब में कन्वर्जन करवाते थे। आशंका जताई जा रही है कि कन्वर्जन का यह रैकेट लंबे वक्त से काम कर रहा है और इसके पीछे विदेशों से बड़े स्तर पर फंडिंग की जा रही है। पुलिस अब आरोपियों के बैंक खातों और उनकी संस्था की जानकारी खंगालने में लगी है।
भोपाल के एसीपी दीपक नायक ने बताया कि धर्म परिवर्तन मामले में गिरफ्तार आरोपियों में 3 महिलाएं हैं। जो ईसाई धर्म की ही हैं। वहीं बाकी 2 आरोपी अपना धर्म बदल कर ईसाई धर्म मे शामिल हुए हैं। उनमें से एक आरोपी तेलंगाना का रहने वाला है। सभी आरोपी HEBRON नाम संस्था से जुड़े हैं, जो कन्वर्जन कराने के अभियान में जुटी है। पुलिस उन आरोपियों से संस्था और फंडिंग के तरीके को लेकर पूछताछ कर रही है।
एसीपी ने बताया कि एक आरोपी बरा प्रसाद जो एजुकेटेड है, वह LLB कर चुका है। वह दूसरे मिशनरों के लालच में आकर पहले ही कन्वर्ट हो चुका था। इसके बाद वह भी बाकी आरोपियों के साथ मिलकर लोगों का मजहब बदलवाकर ईसाई बनाने के काम में जुट गया था।
उन्होंने बताया कि यह गैंग 20 लाख रुपये का लालच देकर लोगों को ईसाइयत में कन्वर्ट करवाते थे। फरियादी की शिकायत पर शुरुआत में तीनों महिलाओं को पकड़ा गया, हालांकि उनसे पैसे बरामद नहीं हुए। बाद में दो अन्य फरार आरोपियों को भी दबोच लिया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में फॉरेन फंडिंग की आशंका है। इस मामले में अरेस्ट हुए पांचों आरोपियों के बैंक स्टेटमेंट की जांच के लिए संबंधित बैंक शाखाओं से संपर्क किया जा रहा है।
बताते चलें कि भोपाल के पिपलानी थाना क्षेत्र में पुलिस ने धर्म परिवर्तन करवाने के मामले में 3 महिला और दो पुरुषों को गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप था कि वे गरीब बस्तियों में जाकर लोगों को लालच देकर धर्मांतरण के लिए उकसा रहे हैं। अरेस्टिंग के बाद सभी आरोपियों को नोटिस देकर जमानत पर छोड़ दिया गया।