मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में पुरानी रंजिश में बेहरमी से मारपीट का शिकार हुई 15 वर्षीय छात्रा मंगलवार को परिजन के साथ पुलिस की जनसुनवाई में पहुंची। गंभीर हालत में घायल पीड़िता उठने-बैठने में असमर्थ थी। पीड़िता की बहन ने बताया कि पड़ोसियों ने इस वारदात को अंजाम दिया। आरोपी पड़ोसियों ने मारपीट के दौरान पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में डंडा तक डाल दिया। बावजूद इसके पुलिस ने उन पर मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया। वहीं पुलिस ने पीड़िता की शिकायत सुनने के बाद आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया।
मंगलवार को ग्वालियर में सिटी सेंटर स्थित SP ऑफिस में आयोजित पुलिस की जनसुनवाई में अपनी फरियाद लेकर एक 15 वर्षीय छात्रा अपने परिजन के साथ घायल अवस्था में पहुंची। इस दौरान पीड़िता दर्द से बुरी तरह से कराह रही थी और ऑटो में सवार होकर अपनी मां और दो बहनों के साथ SP ऑफिस पहुंची थी। पीड़िता कक्षा 7वीं की छात्रा है और मुरार थाना क्षेत्र के परसादी पुरा इलाके में अपनी मां और बहन के साथ रहती है।
पीड़िता की बहन ने बताया कि पीड़िता के एक पैर और हाथ की एक उंगली में फ्रैक्चर है। साथ ही सिर में भी गंभीर चोटें आई हैं। पड़ोसी परिवार के चार सदस्यों ने फांवड़े के बेत से पीड़िता पर जानलेवा हमला किया था। इतना ही नहीं पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में मारपीट के दौरान डंडा तक डाल दिया था। इस घटना में पीड़िता के कपड़े फट गए और वह गंभीर रूप से घायल हो गई। वहीं पीड़िता की बहन ने आरोपियों के नाम राहुल, जीतू, संतोष और उनकी मां भगवती देवी बताए।
पीड़िता की बहन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने तीन आरोपियों के विरुद्ध मामूली धाराओं में केस दर्ज किया। वहीं पुलिस की जनसुनवाई में घायल अवस्था में SP ऑफिस पहुंची पीड़िता की शिकायत सुनने मुरार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अखिलेश रेनवाल पहुंचे। अखिलेश रेनवाल ने पीड़िता की हालत जानने और शिकायत सुनने के बाद भरोसा दिलाया कि निष्पक्ष जांच के बाद आरोपियों की संख्या और धाराओं में इजाफा किया जाएगा। फिलहाल पुलिस से मिले आश्वासन में बाद पीड़ित परिवार संतुष्ट नजर आया, लेकिन ग्वालियर पुलिस की कार्यप्रणाली कटघरे में है।