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ठेकेदार और इंजीनियर के विवाद से आमजन परेशान

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Mar 21 2019 10:46AM | Updated Date: Mar 21 2019 10:46AM
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छिंदवाड़ा।  छिंदवाड़ा विवेकानंद कॉलोनी वार्ड क्रमांक 39 में चल रहे नाली निर्माण को लेकर ठेकेदार और इंजीनियर के विवाद के चलते आम जन परेशान हो रहे है। ठेकेदार द्वारा बनाई गई नाली को नगर निगम की जेसीबी द्वारा तुड़वा दिया गया। मलबा वहीं पड़े होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ठेकेदार द्वारा कराए जा रहे नाली निर्माण कार्य को लेकर इंजीनियर का कहना है कि ठेकेदार द्वारा घटिया नाली निर्माण कार्य किया जा रहा है। वहीं ठेकेदार का कहना है कि पूर्व में प्राप्त सूचना के अनुसार इंजीनियर शिवेन्द्र सिंह ठाकुर केद्वारा 15 दिन में नाली निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए कहा गया था, लेकिन अचानक निगम की जेसीबी मशीन के द्वारा घटिया निर्माण का हवाला देते हुए बनी हुई नाली को तोड़ दिया गया।

इंजीनियर के आरोप के अनुसार ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसके चलते ठेकेदार को कार्य रोकने के लिए कहा गया था लेकिन ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य चालू रखा गया। वहीं ठेकेदार ने इंजीनियर पर आरोप लगाया कि इंजीनियर के द्वारा खुला भ्रष्टाचार किया जा रहा है। पूर्व में इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाईन में भी की गई थी। उक्त नाली आगे से 60 फीट मोड़ कर मुख्य नाले में जोड़ी जा सकती थी परंतु ऐसा ना करते हुए लगभग 300 फिट पहले से बनी हुई नाली को तोड़ कर पुन: नाली का निर्माण किया जा रहा है। जिससे नगर पालिक निगम को अनावश्यक खर्च का सामना करना पड़ेगा। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विवाद के चलते ठेकेदार शैलेन्द्र यादव ने निगम को लिखित जानकारी दे दी है कि उसके द्वारा निर्माण कार्य बंद कर दिया है।

उक्त नाली बनाने वाले ठेकेदार का कहना था कि निगम के इंजीनियर द्वारा उससे नाली बनाने के लिए नोटिस बार-बार भेजे जा रहे थे जबकि इंजीनियर का कहना है कि हमने उसे नाली बनाने से रोका था। अगर निगम के इंजीनियर या अधिकारी ध्यान देते तो पूर्व में भी बनी नाली एवं वर्तमान में पुन: तोड़ कर बनाई जा रही नाली के बनाने का कोई औचित्य ही नहीं रहता, और मात्र 60 फीट की नाली मुख्य नाले में जोड़कर कार्य पूर्ण हो सकता था परंतु 400 फीट की नाली पूर्व में अवैध रूप से बनाई गई और वर्तमान में फिर उसे तोड़कर बनाने का काम ठेकेदार को दिया गया। इस तरह लाखों रुपयों का गोलमाल और निगम के रुपयों का नुकसान जो जनता का रुपया होता है, पूर्व में किया गया और वर्तमान में भी किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। पार्षद भी नहीं दे रहे ध्यान इस मामले में लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन वार्ड के पार्षद महेन्द्र सिंह भाटी का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जिसके चलते विवाद की स्थितियां निर्मित हो रही है। इनका कहना है आम जनों की परेशानी को देखते हुए तत्काल में दूसरी एजेंंसी के द्वारा कार्य कराया जा रहा है। जिससे लोगों को राहत मिल सके।

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