भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गिरते भूजलस्तर के कारण विभिन्न स्थानों से आ रही जल-संकट की जानकारी को गंभीरता से लेते हुए शासन-प्रशासन को सचेत एवं सजग रहने को कहा है। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि आगे आने वाले दिनों में पानी की जरूरतों को देखते हुए आज से ही व्यापक इंतजाम प्राथमिकता के आधार पर करना होंगे। कांग्रेस की ओर से आज जारी विज्ञप्ति के मुताबिक कमलनाथ ने कहा कि ग्रीष्म ऋतु में सभी नागरिकों को पेयजल की आपूर्ति सुचारु बनाने के लिये पर्याप्त व्यवस्था हों। उन्होंने सभी स्थानीय निकायों से कहा है कि गर्मियों में वे सभी पेयजल स्त्रोतों की मरम्मत का कार्य प्राथमिकता से कर उन्हें चालू करने के साथ ही इसकी गुणवत्ता की भी जाँच करें।
उन्होंने जल आपूर्ति व्यवस्था में स्थानीय जन-प्रतिनिधियों का भी सहयोग लेने को कहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और नगरीय विकास एवं प्रशासन विभाग को निर्देश दिये हैं कि संभावित जल-अभावग्रस्त क्षेत्रों को अभी से चिन्हांकित कर वहाँ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये पूरे इंतजाम किये जावे। कुँओं, ट्यूबवेल, हैंडपंप सहित अन्य शासकीय एवं निजी जलस्त्रोतों का उपयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहाँ जल स्त्रोत सूख गए या उपलब्ध नहीं है वहाँ टैंकरों से पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करवाएँ। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पानी उपलब्ध करवाने के सारे इंतजाम करने के साथ ही आमजन में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिए भी अभियान चलाने को कहा है।