अभी तक ड्रेस को कस्टमाइज्ड कराने का ट्रेंड युवाओं में था, लेकिन अब ड्रेस के साथ एसेसरीज को अपने मुताबिक डिजाइन कराने का चलन देखा जा रहा है। अब जूतियों में जरदोजी वर्क, मोती वर्क, रेशम वर्क और पाइप वर्क की डिजाइनिंग करवाई जा रही है। फैशन एक्सपर्ट रोशनी गुप्ता का कहना है कि अब इंडियन ड्रेसेस के साथ ही इंडो-वेस्टर्न ड्रेसेस के साथ फुटवियर अपने मुताबिक पहनते हैं। इसलिए कस्टमाइज्ड फुटवियर को पसंद किया जा रहा है। इसे सबसे ज्यादा कॉलेजगोइंग गर्ल्स पसंद कर रही हैं। इसकी वजह है कि वह पार्टी में दूसरों से अलग ही दिखती हैं।
एक दिन में तैयार होते हैं 4 पेयर
कस्टमाइज्ड जूतियों पर हैंड वर्क किया जा रहा है। जिसमें रेशम के धागे, डिजाइनर मोती सहित अन्य चीजों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में एक दिन में एक कारीगर 4 पेयर तक तैयार कर सकता है। जिसमें अलग-अलग रंग की डिजाइनर जूतियां शामिल हैं।
गोल्डन जूती
इसे जैगर के नाम से जाना जाता है। जिसमें गोल्डन बेस पर गोल्डन मोती से स्पाइक पैटर्न में काम किया जाता है। इसमें पाइप मोती से डिजाइनिंग होती है।
वेस्टर्न ड्रेस
इसे प्रिंटेड जींस,डेमेज जींस,लांग श्रग, फ्लोर लेंथ ड्रेस और शॉर्ट्स के साथ पहना जा सकता है।
व्हाइट जूती
इस पर स्प्राउटिंग मनिया वर्क किया गया है। जिसमें रेशम के धागे से नॉट वर्क किया गया है। साथ ही गोल्डन मोती का यूज होता है। जूती के फ्रंट और पिछली साइड भी वर्क होता है।
ट्रेडिशनल ड्रेस
इसे ट्रेडिशनल ड्रेस में लहंगा और साड़ी के साथ पहना जा सकता है।
रेड जूती
इस पर रेशम के धागे से एम्ब्रॉयडरी वर्क किया जाता है। जिसे रॉयल हेड बैंड के नाम से भी जाना जाता है। इसके किनारी वर्क होता है।
इंडो वेस्टर्न ड्रेस
इसे इंडो-वेस्टर्न ड्रेसेस के साथ वियर कर सकते हैं। जिसमें स्ट्रेट पैंट, स्कर्ट विद लांग कुर्ता शामिल है।