इंदौर। भागीरथपुरा नाले के आसपास रहने वाले लोग बुधवार सुबह जैसे ही सोकर उठे तो आंखों में जलन के साथ वे लाल हो गर्इं। कुछ लोगों की आंखों में सूजन आ गई तो कुछ से आंसू आने लगे और दर्द महसूस होने लगा। दम भी घुटने लगा इससे लोग घबरा गए और अफरा-तफरी मच गई। भागीरथपुरा नाले में अज्ञात लोगों ने अलसुबह केमिकल से भरा टैंकर खाली कर दिया था। इससे जहरीली गैस निकल रही थी।
केमिकल की बदबू से आसपास रहने वालों की हालत खराब हो गई। घर के बाहर निकले तो तेज बदबू से कुछ लोगों को उल्टी होने लगी। ये सभी मुंह पर कपड़ा बांधकर घर से निकल रहे हैं। जिधर देखो उधर लोग मुंह बांधकर भागते नजर आए। इस घटना ने शहर के स्वच्छता अभियान की पोल खोल दी है। इससे क्षेत्र के लोगों में आक्रोश फैल गया। केमिकल की बदबू से नवजात बच्चों और बुजुर्गों की हालत ज्यादा खराब हो गई थी। पास रहने वालों से पता चला कि रात 2 से 2.30 बजे के बीच कोई व्यक्ति केमिकल से भरा टैंकर नाले में खाली कर रहा था, लेकिन अंधेरा होने के कारण समझ नहीं पाए।
विधायक-पार्षद पहुंचे मौके पर
रहवासियों ने विधायक सुदर्शन गुप्ता व पार्षद रेडवाल को फोन कर मामले की जानकारी दी। इस पर उन्होंने रहवासियों के साथ मौके का दौरा किया। आक्रोशित लोग पुलिस चौकी पहुंचे। निगम कमिश्नर सिंह ने जिम्मेदार अफसरों को मौके पर भेजकर कार्रवाई करने के आदेश दिए। इसके बाद निगम अफसर व डॉक्टरों की टीम घटनास्थल पर पहुंची। साथ ही पुलिस और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर भी पहुंचकर पड़ताल में जुट गए।
नाले के पानी के लिए सैंपल
निगम अफसरों ने जांच के लिए नाले के पानी के सैंपल लिए। क्षेत्र के नागरिकों ने आशंका व्यक्त की है कि भागीरथपुरा से चंद कदम दूर पोलोग्राउंड की एक फैक्टरी में विगत दिनों पकड़े गए फेंटानिल रसायन के स्टॉक को ही नाले में बहाया गया है, इसलिए इस बिंदु पर भी जांच की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक गुप्ता ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को फोन पर घटनाक्रम की जानकारी दी। साथ ही संभाग कमिश्नर राघवेंद्र सिंह, कलेक्टर निशांत वरवड़े और निगम कमिश्नर आशीष सिंह, डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र से फोन पर ही चर्चा की। निगम कमिश्नर तो तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गए थे। उनके निर्देश पर निगम की गैंग पहुंची और नाले का निरीक्षण शुरू कर दिया।
दोषियों पर करेंगे कार्रवाई
डॉक्टरों की टीम ने भी शिविर लगाकर जांच शुरू कर दी थी। रहवासियों की परेशानी देखी और तत्काल अफसरों को आदेश दिए कि मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसमें दोषियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
-आशीष सिंह, कमिश्नर, नगर निगम