इंदौर। राज्यपाल बुधवार को निरीक्षण करने एमवाय अस्पताल पहुंचीं। वे निर्धारित समय से करीब एक घंटा देरी से अस्पताल के नवनिर्मित बोनमेरो ट्रांसप्लांट पहुंचीं। इस दौरान डीन ने सरकारी अस्पताल में बने प्रदेश के एकमात्र बीएमटी सेंटर की जानकारी दी और थैलेसीमिया पीड़ितों को मिलने वाली राहत की जानकारी दी।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहली मंजिल पर स्थिति बच्चों के पीआईयू यूनिट को देखने के लिए पहुंचीं। जहां पर उन्होंने कुछ बच्चों को दुलारा भी और उनके परिजन से अस्पताल में मिलने वाले इलाज, दवाएं और सुविधाओं की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने गायनिक वार्ड का निरीक्षण किया। यहां भी उन्होंने गर्भवती महिलाओं से चर्चा की। इस दौरान उनके साथ डीन डॉ. शरद थोरा, कलेक्टर निशांत वरवड़े, मेडिकल कॉलेज और एमवायएच के डॉक्टर मौजूद थे।
एक घंटे पहले से खाली कर दिया अस्पताल
राज्यपाल के आगमन को देखते हुए अस्पताल की साफ-सफाई सुबह से ही चाक चौबंद थी। आम दिनों में नजर नहीं आने वाले डॉक्टर एप्रीन में मौजूद थे, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी मरीजों के परिजन को हुई। सुरक्षा और सफाई के नाम पर राज्यपाल के आने से एक घंटा पहले से परिजन को बाहर कर दिया।