इंदौर की तुकाेगंज पुलिस ने दो नकली पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया है। इस मामले में एक आरोपी को पकड़ा गया है। वही दूसरे की तलाश की जा रही है। आरोपीयों ने महिला थाने में शिकायत होने के चलते पीड़ित को धमकी दी। इसके बाद वह दंपति को अपने साथ रिक्शा में पलासिया थाने लेकर आ गए ओर यहां उनसे अंकाउट में रूपये ले लिये। आरोपियों ने इसके बाद पीड़ित के परिवार के कई लोगो से अलग अलग जगह पर रूपये भी लेकर रखे। पीड़ित को शंका होने पर बाद में उन्हें पकड़कर पुलिस को सौप दिया गया।
टीआई जितेन्द्र यादव ने बताया कि संजू पनौला निवासी पंचम की फेल की शिकायत पर संयोग गुप्ता ओर उसके साथी मनोज परमार निवासी देपालपुर के खिलाफ धोखाधड़ी करने ओर धमकाने के मामले में केस दर्ज किया गया है। संजू ने बताया कि 12 मार्च के दिन बाइक से संयोग ओर मनोज घर पहुंचे। नाम पता पूछने के बाद कहां कि उनकी पत्नी याशिका की मां ने महिला थाने में शिकायत की है। पलासिया थाने पर चलना पड़ेगा। इसके बाद दंपति को लेकर ई रिक्शा से पलासिया तक आ गए।
दोनो ने पलासिया थाने के पास में दंपति को खड़ा किया। याशिका से कहां कि वह घर चली जाए। इधर संजू से कहां कि उसे इस केस से बचना है तो 40 हजार रूपये देना होगे। जिसमें संजू ने इतने रूपये नही होने की बात की। आरोपियों ने 3 हजार रूपये अंकाउट में पेंमेट डलवा लिया। इसके बाद वह अपनी बाइक से संजू को लेकर देवास नाका पहुंचे। यहां बहन सोनिया से 5 हजार लेकर रखे। इसके बाद फिर से पंचम की फेल आए ओर दूसरी बहन रीना से 3 हजार रूपये लेकर अपने पास रखे। फिर दोनो नकली पुलिसकर्मियों ने कहां कि बाकि रूपये का इंतजाम अगले दिन कर देना।
इसके बाद संयोग ने दूसरे दिन पलासिया पर मिलने संजू को बुलाया। यहां बहन के साथ पहुंचा। रूपये को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद वहां भीड़ इकट्ठा हुई दोनो से पूछताछ की तो पता चला कि वह पुलिस के नाम पर धमकाते है। उन्होंने नकली वॉकी टॉकी ले रखा था। जिस पर पुलिस ओर पर्स भी रखा हुआ था। उस पर भी पुलिस का लोगो लगा हुआ था। जिसे दिखाकर ही वह पीड़ित को धमका रहे थे। पुलिस इस मामले में मनोज की तलाश कर रही है।