नई दिल्ली। रियो ओलिंपिक के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम में नहीं चुने जाने से पूर्व कप्तान रितु रानी बेहद निराश हैं। उन्होंने कहा कि दुख इस बात का भी है कि उन्हें टीम से बाहर किए जाने का कोई कारण नहीं बताया गया। झूठे आरोप लगाना सही नहीं है। रितु को अनुशासनहीनता का हवाला देते हुए न केवल कप्तानी से हटा दिया गया है बल्कि टीम से भी बाहर कर दिया गया है।
रितु ने कहा, मुझमें फिटनेस या एटीट्यूड संबंधी कोई भी समस्या नहीं थी। मुझे लग रहा है कि मेरे हॉकी खेलने का कोई मतलब नहीं रह गया है। सरदार सिंह (पुरुष टीम के पूर्व कप्तान) भी तो निजी समस्याओं से जूझ रहे हैं और उनकी भी कप्तानी छीन ली गई है, लेकिन उन्हें टीम में बनाए रखा गया है। फिर मेरे ही साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया गया?