लंदन। भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने इतिहास रचने की ओर कदम बढाते हुए 36 वीं हीरो चैम्पियंस ट्राॅफी हॉकी के फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उसका सामना आॅस्ट्रेलिया से होगा। ब्रिटेन और बेल्जियम के बीच मैच 3- से ड्रॉ रहने के बाद भारत ने खिताबी मुकाबले में जगह बनाई। छह देशों के राउंड राबिन टूर्नामेंट की शुरूआत के बाद 36 साल में भारत पहली बार फाइनल में पहुंचा है। भारत अब तक सिर्फ एक बार 1982 में एम्सटर्डम में कांस्य पदक जीत सका है।
भारत को फाइनल में प्रवेश के लिए ब्रिटेन का शुक्रगुजार होना चाहिए जिसने दो गोल से पिछड़ने के बाद आखिरी लीग मैच में बेल्जियम को 3-3 से ड्रॉ पर रोका। इससे पहले भारत आखिरी राउंड राबिन मैच में आॅस्ट्रेलिया से 2-4 से हार गया था। ब्रिटेन और बेल्जियम का मैच ड्रॉ होने से दोनों राउंड राबिन लीग में भारत से पीछे रहे। इससे भारत को आज होने वाले खिताबी मुकाबले में जगह मिली।
आॅस्ट्रेलिया पांच मैचों में 13 अंक लेकर शीर्ष पर रहा जबकि भारत के सात अंक रहे। ब्रिटेन के छह और बेल्जियम के चार अंक रहे। ब्रिटेल अब जर्मनी से कांस्य पदक का मुकाबला खेलेगा जिसने कोरिया को 7-0 से हराया। बेल्जियम पांचवें स्थान के मुकाबले में कोरिया से खेलेगा। भारत को अंकों के आधार पर पछाड़ने के लिए ब्रिटेन को जीत की जरूरत थी जबकि बेल्जियम को तीन गोल से जीतना था।