इपोह। भारतीय टीम 25वें अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के राउंड रॉबिन मैच में न्यूजीलैंड से 1-2 से हार गई, जिससे फाइनल में प्रवेश की उसकी उम्मीदों को करारा झटका लगा। बुधवार को खेले गए मुकाबले में गत चैंपियन न्यूजीलैंड के लिए केन रसेल (28वें मिनट) और निक विल्सन (41वें मिनट) ने गोल किए। भारत के लिए एकमात्र गोल मनदीप सिंह ने 36वें मिनट में दागा।
भारतीय डिफेंडरों की गलती का फायदा उठाकर विल्सन ने विजयी गोल किया, जो अपने ही सर्कल में गेंद को बाहर नहीं कर सके। भारतीय गोलकीपर ने गोललाइन से रिवर्स शॉट मिडफील्ड की तरफ भेजा। डिफेंडर हरमनप्रीत गेंद को रोक नहीं सके और विल्सन ने आसान गोल दाग दिया। भारत अगर जीत जाता तो फाइनल में पहुंच जाता, जबकि ड्रॉ से भी वह न्यूजीलैंड से आगे रहता, लेकिन अब न्यूजीलैंड टीम दूसरे स्थान पर है।
अभी भी फाइनल में पहुंचने का मौका
भारत अभी भी आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल खेल सकता है, लेकिन उसे मलेशिया के खिलाफ शुक्रवार को हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। भारत के हारने पर न्यूजीलैंड टीम फाइनल खेलेगी। आॅस्ट्रेलिया लगातार चार जीत के साथ 12 अंक लेकर शीर्ष पर है। न्यूजीलैंड के 6 मैचों में 11 अंक है, जबकि भारत के पांच मैचों में 9 अंक हैं।
बेकार गए पेनॉल्टी कॉर्नर
तीसरे हॉफ में स्ट्राइकर एसवी सुनील सर्कल के भीतर गेंद के साथ अकेले थे, लेकिन गेंद को गोल के भीतर नहीं डाल सके। अगले मिनट विल्सन ने भारत के खराब डिफेंस का फायदा उठाकर विजयी गोल किया। भारत ने दूसरे हॉफ में दो पेनॉल्टी कॉर्नर बेकार किए।
गोल चूके रुपिंदर
भारत को मैच से पहले गोलकीपर बदलना पड़ा, क्योंकि आकाश चिकते को सीने पर गेंद लग गई थी और टीम प्रबंधन कोई जोखिम नहीं लेना चाहता था। हरजोत सिंह ने भारत के लिए गोलकीपिंग की। भारत को पहला पेनॉल्टी कॉर्नर 20वें मिनट में मिला और न्यूजीलैंड के गोलकीपर डेवोन मैनचेस्टर ने रुपिंदर पाल सिंह की ड्रैग फ्लिक को बखूबी बचाया। केन रसेल ने 28वें मिनट में न्यूजीलैंड के लिए पेनॉल्टी कॉर्नर पर पहला गोल किया। भारत ने जवाबी हमले तेज कर दिए, जिस पर तलविंदर सिंह से गेंद लेकर मनदीप ने गोल किया।
हमारे अंदर ऊर्जा की कमी थी
भारतीय टीम के रोलेंट ओल्टमेंस ने कहा कि मैं इस हार से निराश हूं। हमारे पास मौके थे, लेकिन हम उन्हें तब्दील नहीं कर सके। गर्मी और उमस का प्रदर्शन पर असर पड़ा और हम ऊर्जा बरकरार नहीं रख सके। न्यूजीलैंड टीम की मैं कद्र करता हूं, जिसने पिछले चार दिन में तीन मैच दोपहर में खेले। यहां तापमान 37 डिग्री सेल्सियम है और पिच पर पानी के छिड़काव के कारण उमस और बढ़ जाती है। उमस के कारण पेनॉल्टी कॉर्नर पर भी असर पड़ा। फिसलन की वजह से परफेक्ट प्रदर्शन नहीं हो सका।