नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच पॉल वेन ऐस को उनके पद से हटा दिया गया है। इस बात की जानकारी खुद ऐस ने दी। ऐस ने बताया कि हॉकी इंडिया अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा के साथ खुलेआम बहस होने के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया है।
पॉल ने नीदरलैंड्स से बताया कि मुझे बेल्जियम के एंटवर्प में हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल के एक हफ्ते बाद बर्खास्त कर दिया गया था। रोलेंट ओल्टमेंस (हाई परफार्मेस डायरेक्टर) को मेरी जगह लेने को कहा गया था। उन्होंने कहा कि मुझे 13 जून को बताया गया कि बत्रा नहीं चाहते कि मैं आगे कोच रहूं। रोलेंट ने मुझे फोन करके इसके बारे में बताया। मुझे अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है लेकिन मुझे लगता है कि इस सप्ताह के आखिर तक सूचना मिल जाएगी। यही वजह है कि मैं शिविर में नहीं गया।
पॉल ने हिमाचल प्रदेश के शिलारू में भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र स्थित राष्ट्रीय टीम के शिविर में समय पर रिपोर्ट नहीं की। उनकी विश्व लीग सेमीफाइनल में मलेशिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच के बाद बत्रा से बहस हो गई थी। अपनी बर्खास्तगी की वजह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसका कोई कारण नहीं था। अब वह कोई कारण बना लेंगे। उन्होंने बत्रा के साथ बहस को इसका कारण बताते हुए कहा कि मलेशिया में हमारी जीत के बाद डॉक्टर बत्रा पिच पर आए और खिलाडि़यों से हिंदी में बात करने लगे। उन्होंने खिलाडि़यों की आलोचना की। इसके बाद मैं मैदान पर गया ताकि अपने खिलाडि़यों का बचाव कर सकूं। मुझे लगा कि हमने अच्छा खेला था और हम जीते भी थे।