ज्यूरिख। फीफा अध्यक्ष सेप ब्लाटर ने अमेरिका के भ्रष्टाचार निरोधक जांचकर्ताओं द्वारा अपनाए गए तौर तरीकों पर हैरानी जताई है लेकिन कहा कि वह उनके निशाने पर नहीं थे। स्विटजरलैंड के 79 वर्षीय खेल प्रशासक ने शुक्रवार को फिर से अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद आक्रामक तेवर अपनाए।
उन्होंने यूरोपीय फुटबॉल अधिकारियों को ‘नफरत’ की मुहिम छेड़ने के लिए आड़े हाथों भी लिया। ब्लाटर ने कहा कि उन्हें शक है कि अमेरिकी भ्रष्टाचार निरोधक जांचकर्ताओं द्वारा ज्यूरिख से 7 फीफा अधिकारियों की गिरफ्तारी फीफा कांग्रेस में खलल डालने का प्रयास था। इसी कांग्रेस के जरिए ब्लाटर की सत्ता में वापसी हुई है।
उन्होंने रूसी टीवी चैनल आरटीएस से कहा कुछ बातों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। अमेरिका 2022 विश्व कप की मेजबानी के दावेदारों में से था और वह हार गया। उन्होंने कहा मैं यकीन से नहीं कह सकता पर ऐसा हो सकता है। ब्लाटर ने अमेरिका को जोर्डन का ‘नंबर एक प्रायोजक’ करार दिया। जोर्डन के शहजादे अली बिन अल हुसैन फीफा अध्यक्ष पद के लिए ब्लाटर के प्रतिद्वंद्वी थे।