नई दिल्ली। नेपाल आए विनाशकारी भूकंप में फंसी देश की लड़कियों की अंडर 14 फुटबाॅल टीम की 18 सदस्यों को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक ट्वीट कर कहा, हम भारतीय लड़कियों की अंडर 14 फुटबाॅल टीम को प्राथमिकता के आधार पर बाहर निकालेंगे। भूकंप से भयभीत भारतीय लड़कियों और दो सहयोगी स्टाॅफ कर्मियों ने भूकंप बाद के झटकों के भय से काठमांडो के होटल व्यू भृकुटि में अपने कमरों के बाहर सोने का निर्णय लिया।
नेपाल में कल जब भूकंप आया था तब भारतीय टीम ईरान के खिलाफ तीसरे स्थान के मुकाबले के लिए स्टेडियम में अभ्यास कर रही थी। कोच मेमोल रॉकी ने काठमांडो से कहा, हम ईरान के खिलाफ तीसरे स्थान के मुकाबले की शुरूआत से ठीक पहले अभ्यास कर रहे थे। मैच देखने सैकड़ों लोग आए थे। हम पिच के बीच की ओर दौड़े और वहीं खड़े रहे। हमने आस पास के इलाकों में इमारतों को ढहते देखा। यह बहुत भयावह क्षण था।
उन्होंने कहा, इन लड़कियों की आयु 14 वर्ष भी नहीं है और उन्होंने अपने जीवन में इस प्रकार का डरावना नजारा कभी नहीं देखा है। भूकंप से घबराई भारतीय और ईरानी लड़कियों ने होटल में अपने कमरों के बजाए परिसर में खुले स्थान पर सोने का निर्णय लिया।