फैशन की मदमस्त चाल चलने में आपकी बैली या जूते भी कहीं हद तक सहायक रहते हैं। शायद यही वजह है कि आजकल की लड़कियाँ अपनी ड्रेस से मेल खाती सैंडिल या बेली लेना नहीं भूलती। अब वे जमाने लद गए जब आप कुछ भी पहन लें और उनपर वे काली बैली या सैंडिल चल जाएँ। फैशनपरस्त बनने के लिए अब आप हर ड्रेस के मुताबिक बैली या सैंडिल खरीदती हैं।
पर आपके साथ भी क्या ऐसा हुआ है कि एक झलक पाते ही आपको कोई हाई हील बैली या सैंडिल इतनी भा गई कि दाम अधिक होने पर भी आपने वह खरीद डाली। वजह बस यही थी कि आपको पैरों में उस समय तो वह खूब जँच रही थी पर जब घर आकर अगले दिन आपने उसे पहनने की सोची तो हाई हील थोड़ी यादा हैं यह सोचकर आपने उसे उसी डिब्बे में फिर से पैक कर दिया।
अब किसी पार्टी या किसी विशेष अवसर पर ही उसे पहनने का नंबर आता है। नहीं तो महीने में एक बार उसे पोंछ कर आप उसे सहेज कर रख देती हैं। फिर कई बार ऐसा भी होता होगा कि जूती या सैंडिल खरीदने लेने के बाद वह आपको इतनी नहीं जँचती जितनी पहले भायी थी। तो क्यों सैंडिल या जूते खरीदने से पहले ही कुछ ऐसी बात पर गौर कर लिया ताकि बाद में पछतावा न हो।
सबसे पहले आप जब भी खरीदारी के लिए निकले तो पहले से ही तय कर लें कि आप क्या खरीदने जा रही हैं। कई बार होता है कि आप जाती सैंडिल के लिए हैं और खरीद लाती हैं जूते। इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर आपके पास काले या सफेद रंग के पहले से ही कोई सैंडिल या बैली हैं तो उसी रंग को फिर से खरीदने से बचें। हाई हील खरीदने से पहले खुद देख लें कि आप कितनी बड़ी हील पहन सकती हैं।
ऐसा न हो कि आप हाई हील खरीद डालें और बाद में वह बॉक्स में बंद रहें। आजकल चटख रंगों का खूब क्रेज है। चटख लाल, पीला या नीले रंग की बैली आप बिना हील की भी खरीद सकती हैं जो किसी भी पोशाक पर पहनी जा सकती है। अब ट्रेंड बदल गया है। अपने पूरे लिबास से हटकर आप चाहें तो लाल या पीले रंग की बैली भी पहन सकती हैं। किसी भी रंग को खरीदने से पहले यह जरूर जांच लें कि वह रंग या जूते का स्टाइल आप पर फब रहा है या नहीं।