- आदित्य उपाध्याय
इंदौर। ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम आम जनता को लाख व्यवस्थित यातायात सुविधाएं देने का दावा करें, लेकिन पश्चिम क्षेत्र का फूटीकोठी चौराहा ट्रैफिक व्यवस्था की सारी सच्चाई सामने लाते हुए इन दावों की पोल खोलता है। फूटीकोठी चौराहे को पार करना यहां से गुजरने वाले के लिए किसी जंग जीतने जैसा होता है। शाम होते ही भारी वाहनों की दहशत छोटे वाहन चालकों और पैदल चलने वालों की आंखों में साफ दिखाई देती है। आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के कारण क्षेत्र के रहवासी और व्यापारी दहशत में जी रहे हैं। लेकिन ट्रैफिक पुलिस और निगम के आला अधिकारियों को आम जनता की दहशत, पीड़ा, डर और परेशानी नहीं दिखाई देती।
वर्षों से लावारिस हालत में पड़े इस चौराहे पर न कोई ट्रैफिक व्यवस्था है, न सिग्नल। वहीं सड़कों और सर्विस रोड पर किए जा रहे अवैध कब्जों के कारण चौराहे का यातायात बिगड़ रहा है। यहां से निकलने वाहे लोग अपनी सुविधानुसार वाहन चलाते हैं, लेकिन ट्रैफिक विभाग के पास इन पर नियंत्रण करने के लिए कोई योजना नहीं है, वहीं नगर निगम भी मौन है।
तीन पार्षदों के बीच एक चौराहा
फूटीकोठी चौराहा तीन वार्डों की सीमाओं के अंतर्गत आता है। तीनों पार्षदों को चौराहे पर हो रही दुर्घटनाओं की जानकारी भी रहती है, लेकिन जनप्रतिनिधि होने के नाते कोई भी चौराहे की व्यवस्था सुधारने आगे नहीं आया। जब उनकी ओर उंगली उठी तो पार्षदों ने गेंद महापौर मालिनी गौड़ के पाले में डाल दी।
खतरा ही खतरा
रणजीत हनुमान, चंदन नगर, हवा बंगला, रिंग रोड से निकलने वाले चालक इस चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल नहीं होने से ये समझ नहीं पाते, उन्हें रुकना है या निकलना है। इसी फेर में वाहन चालक हादसे का शिकार हो जाते हैं। उलझते वाहन चालकों में प्रतिदिन यहां विवाद होता है।
अवैध कब्जे बनते हैं कारण
फूटीकोठी चौराहे के सर्विस रोड पर चंदन नगर से राजेंद्र नगर तक कई कब्जे किए जा चुके हैं। नगर निगम की अनदेखी कब्जेधारियों को मौन समर्थन दे रही है। सर्विस रोड पर कब्जे के कारण यातायात बाधित होता है। चौराहे के समीप से सर्विस रोड सीधे अन्नपूर्णा रोड पर निकलता है, लेकिन कब्जों के कारण वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्रीय रहवासियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम की मिलीभगत से ही कब्जे किए जा रहे हैं।
ट्रैफिक पुलिस के पास नहीं कारगर प्लान
फूटीकोठी चौराहे को व्यवस्थित बनाने के लिए आज तक ट्रैफिक पुलिस कोई कारगर योजना नहीं बना पाई है। बनाई भी होगी तो वह सिर्फ कागजों पर ही रही। हर बार नई योजना बनाकर चौराहे पर परिवर्तन ही किया जाता रहा है, आम जनता की परेशानी जस की तस है। भारवाहनों पर भी सिर्फ दिखावे की कार्रवाई की जाती है। नियम तोड़ते हुए भारवाहन चंदन नगर चौराहे से रिंग रोड होते हुए राजेंद्र नगर एबी रोड से निकलते हैं, उन्हें न कोई रोकता है न दस्तावेजों की जांच करता है।
अंधगति से दौड़ते वाहन और दुर्घटनाएं
फूटीकोठी चौराहे से निकलने वाला रिंग रोड कई दुर्घटनाओं का चश्मदीद गवाह बन चुका है। ऐसा कोई दिन नहीं जाता, जब यहां वाहन गुत्थमगुत्था न होते हों। मुख्य मार्ग तो ठीक वाहन चालक सर्विस रोड पर भी अंधगति से दोपहिया और चारपहिया दौड़ाते देखे जा सकते हैं। गति पर ब्रेक लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस के पास कोई योजना नहीं है।