रफी मोहम्मद-
इंदौर। नए सत्र में एडमिशन के पहले कॉलेज एक बार फिर परेशान है। उच्च शिक्षा विभाग ने सभी कॉलेजों को अपने कोर्सेस के नवीनीकरण या नए कोर्स के लिए यूनिवर्सिटी से एफिलिएशन सर्टिफिकेट लाना जरूरी कर दिया है। उधर, देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी अधिकांश नए कोर्सेस का एफिलिएशन के लिए निरीक्षण ही नहीं करवा पाई है। वहीं अन्य कोर्सेस को कार्यपरिषद की बैठक नहीं होने से यह सर्टिफिकेट नहीं दे पा रही है। इस कारण कॉलेजों के कोर्सेस को विभाग ने आॅनलाइन प्रक्रिया में शामिल करने से इनकार कर दिया है। 25 मई आखिरी तारीख होने से अब बीच का रास्ता निकालने की तैयारी की जा रही है।
उच्च शिक्षा विभाग ने इस बार कॉलेजों के कोर्सेस को आॅनलाइन या आॅफलाइन मोड से एडमिशन देने के लिए यूनिवर्सिटी से एक सर्टिफिकेट लाने को कहा है। इसमें यूनिवर्सिटी को कोर्स की सीटें, एफिलिएशन, मान्यता आदि के आधार पर यह सर्टिफिकेट जारी करने को कहा है। यहां पर इस मामले में नई उलझन पैदा हो गई है।
निरीक्षण ही नहीं हुआ
किसी भी कॉलेज में नए कोर्स के लिए सबसे पहले उच्च शिक्षा विभाग की मान्यता लेना जरूरी होता है। इस बार विभाग ने पिछले महीने तक प्रक्रिया कर यूनिवर्सिटी को लिस्ट भेजी है। अब यूनिवर्सिटी इन कोर्सेस के लिए अभी तक निरीक्षण ही नहीं करवा पाई है। कुछ मामलों में निरीक्षण हुआ है, तो उसकी रिपोर्ट स्टैंडिंग कमेटी या कार्यपरिषद में नहीं जा पाई है। उसके बिना यूनिवर्सिटी इन्हें एफिलिएशन का सर्टिफिकेट नहीं दे सकती है। ऐसी ही स्थिति कोर्सेस के नवीनीकरण में भी हो रही है।
कार्यपरिषद की बैठक नहीं
वर्तमान में पिछले महीने के बाद से ही यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद की बैठक नहीं हुई है। स्टैंडिंग कमेटी की बैठक हो चुकी है, जिसमें कई कॉलेजों के नए कोर्सेस को मंजूरी दी गई है, तो कई कॉलेजों में पहले से चल रहे कोर्सेस का नवीनीकरण भी किया गया है। बिना कार्यपरिषद की बैठक और मंजूरी के इन्हें यूनिवर्सिटी सर्टिफिकेट जारी नहीं कर सकती है। उधर, उच्च शिक्षा विभाग ने अग्रणी कॉलेज को आॅनलाइन और आॅफलाइन एडमिशन के लिए कोर्स की लिस्टिंग बिना यूनिवर्सिटी के सर्टिफिकेट से करने से इनकार कर दिया है। इससे कॉलेज फंस गए हैं और उच्च शिक्षा विभाग भी कोर्सेस की लिस्ट अपडेट नहीं कर पा रहा है।
बिना सर्टिफिकेट शामिल नहीं
यूनिवर्सिटी के एफिलिएशन सर्टिफिकेट के बिना किसी भी कॉलेज के कोर्स को एडमिशन प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जा सकता है। यूनिवर्सिटी निरीक्षण या कार्यपरिषद की बैठक नहीं होने से यह नहीं पा रही है। - डॉ. एसबी सिंह, प्रभारी अतिरिक्त संचालक - उच्च शिक्षा विभाग, इंदौर संभाग
समय तो लगता ही है..
हमने प्रक्रिया के अनुसार निरीक्षण टीमें बना दी हैं और काम चल रहा है। इसमें समय तो लगता ही है। पुराने कोर्सेस को स्टैंडिंग के आधार पर सर्टिफिकेट दे रहे हैं। - अजय वर्मा, डिप्टी रजिस्ट्रार - देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी