आदित्य शुक्ला इंदौर। गोम्मटगिरि पर गुर्जर और जैन समाज का विवाद अभी थमा भी नहीं कि जैन समाज के कुछ लोग वहां प्रतिमा लगाने की तैयारी करने लगे हैं, जिसकी जानकारी लगते ही दूसरे पक्ष ने विरोध शुरू कर दिया। वहीं गोम्मटगिरि ट्रस्ट के महामंत्री और दिगंबर जैन समाज रजिस्टर्ड के अध्यक्ष भरत मोदी का कहना है कि मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है, मैं गोम्मटगिरि का महामंत्री हूं तो क्या निजी जिंदगी छोड़कर मंदिर-मंदिर घूमता रहूं।
जैन समाज गुमास्ता नगर के प्रतिपाल टोंग्या द्वारा गोम्मटगिरि में प्रतिमा स्थापित करने का मामला सुर्खियों में आ गया है, जिसका नकुल पाटोदी ने विरोध शुरू कर दिया। पाटोदी ने बताया वे बाबूलाल पाटोदी के पंचम स्मरण दिवस पर गोम्मटगिरि माल्यार्पण करने गए थे। उस दौरान वहां के मैनेजर अनिल जैन ने बताया समाज के कुछ लोग विमल सागर और विद्यानंद महाराज के वर्षों पुराने चित्र हटाकर उनकी जगह प्रतिमा स्थापित करना चाहते हैं। यह पूरी तरह अवैधानिक है।
गोम्मटगिरि में बनेगा पुलिस थाना
प्रतिमा स्थापित करने का मामला उजागर होते ही गोम्मटगिरि के ट्रस्टियों की बैठक शुक्रवार को भरत मोदी के निवास पर हुई, जिसमें गुप्त रूप से चर्चा हुई। बाद में पूछे जाने पर मोदी ने बताया पुलिस विभाग ने गोम्मटगिरि में पुलिस थाना खोलने की अनुमति ट्रस्ट से मांगी थी, जिसके लिए ट्रस्ट पदाधिकारियों की बैठक हुई। सभी ने सर्वसम्मति से अनुमति दे दी है। इसके चलते गोम्मटगिरि में पुलिस थाना शुरू हो जाएगा।
कब स्थापित होगी पता नहीं
गोम्मटगिरि ट्रस्ट के अध्यक्ष कमल सेठी ने बताया करीब एक माह पूर्व गुमास्ता नगर के प्रतिपाल टोंग्या ने भगवान की प्रतिमा गोम्मटगिरि में स्थापित करने की अनुमति मांगी थी, जो दे दी गई, लेकिन प्रतिमा कब स्थापित की जाएगी, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
अब प्रतिमा स्थापित नहीं करना
प्रतिमा स्थापित किए जाने के मामले में जब प्रतिपाल टोंग्या से जानकारी लेना चाही तो उनका कहना था गुमास्ता नगर में पंचकल्याणक हो गया। अब मुझे कोई प्रतिमा स्थापित नहीं करना।