27 Apr 2024, 02:42:55 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

अनूप सोनी इंदौर। महू-सनावद के बीच मीटर गेज लाइन पर ट्रेन का संचालन रेलवे के लिए महंगा साबित हो रहा है। इस रूट पर चार ट्रेनें चलती हैं। इनमें प्रतिदिन चार लाख रुपए का डीजल लग रहा है, जबकि इस रूट पर रेलवे की कमाई 25 से 35 हजार रुपए प्रतिदिन है। 

रेलवे ने जब इंदौर-महू लाइन को ब्रॉडगेज करने के लिए मेगा ब्लॉक लिया था, तब तय किया था कि महू से अकोला और महू से खंडवा तक ट्रेन चलाई जाएगी। दोनों रूट पर छह ट्रेनें चलाई भी गई। इनसे अच्छी-खासी कमाई भी हो रही थी। बाद में ब्रॉडगेज लाइन बिछाने के लिए रेलवे ने खंडवा से सनावद तक का चयन किया। दो साल का मेगा ब्लॉक लेने के पहले रेलवे ने तय किया था कि महू से सनावद तक मीटर गेज ट्रेन चलाएंगे। वर्तमान में इस रूट पर चार ट्रेनें चल रही हैं, जिनसे एक दिन में लाखों का घाटा हो रहा है।

बिना रिजर्वेशन वाली हैं ट्रेनें
पहले महू-अकोला और महू-खंडवा के बीच छह ट्रेनें चलती थीं। दो ट्रेन में रिजर्वेशन वाले यात्री भी होते थे। अब महू-सनावद के बीच जो चार ट्रेनें चल रही हैं, वे सभी बिना रिजर्वेशन कोच वाली हैं। जिन लोगों को महू से खंडवा जाना है वो ट्रेन से सनावद तक जाते हैं तो उन्हें सनावद से खंडवा तक बस में सफर करना पड़ता है। इसलिए लोग महू से ही बस का उपयोग करते हैं।

ऐसा ही रहा तो बंद हो जाएंगी
खंडवा से सनावद तक के लिए रेलवे ने दो साल का मेगा ब्लॉक लिया है, हो सकता है काम में इससे अधिक समय लग जाए। ऐसे में तब तक महू से सनावद के बीच ट्रेन संचालन से रेलवे को बड़ा नुकसान हो जाएगा। हो सकता है कि रेलवे कुछ समय बाद इस रूट पर ट्रेन बंद कर दे।

ऐसे हो रहा घाटा
मीटर गेज लाइन पर चलने वाली ट्रेन 12 लीटर डीजल में एक किलोमीटर चलती है।
महू से सनावद तक की रेल मार्ग की दूरी 64 किलोमीटर है।
इस हिसाब से एक ट्रेन को महू से सनावद तक पहुंचने में 768 लीटर डीजल लगता है।
इस रूट पर चार ट्रेनें आना-जाना करती हैं, ऐेसे में इनमें रोजाना 6144 लीटर डीजल की खपत होती है।
वर्तमान में एक लीटर डीजल की कीमत 66 रुपए है। इस हिसाब से देखें तो ट्रेनों में चार लाख पांच हजार रुपए का डीजल लगता है।
इसमें रेलवे के विभिन्न कर्मचारी जिसमें ड्राइवर, गार्ड, टीटी, स्टेशन मैनेजर आदि का प्रतिदिन का हिसाब तो शामिल ही नहीं है।

कई स्टेशन आते हैं बीच में
महू से सनावद के बीच कई स्टेशन और रेलवे फाटक आते हैं,, जहां रेलवे के विभिन्न कर्मचारी पदस्थ हैं। महू से सनावद के बीच ओंकारेश्वर रोड, बड़वाह, मुख्तियार बलवाड़, चोरल, कालाकुंड, पातालपानी स्टेशन हैं।

दो से साढ़े तीन हजार लोग करते हैं यात्रा
इंदौर के अधिकारियों ने जनवरी के बीते दस दिनों का लेखा-जोखा देखा तो पता चला कि इन चार ट्रेनों से रोजाना दो से साढ़े तीन हजार यात्री ही आ-जा रहे हैं। यह अलग बात है कि कई लोग बिना टिकट भी यात्रा करते हैं। जो लोग टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं, उनसे प्रतिदिन 25 से 35 हजार रुपए के बीच ही कमाई हो रही है।

  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »