विनोद शर्मा इंदौर। एक के बाद एक धोखाधड़ी के आधा दर्जन मामलों में हवालात जा चुके बदनाम बिल्डर सुनील भाटिया ने 75 लाख रुपए की जमीन 20 हजार में हथियाई और उस पर छह मंजिला इमारत का काम शुरू कर दिया। भाटिया वेल्यू होम डेवलपर्स के डायरेक्टर हैं। कंपनी 2011 से ग्राम निपानिया में विवादित तुलसियाना टाउनशिप बना रही है। इसमें खरीदारों को जहां अब तक फ्लैट नहीं मिले, वहीं किसान भी जमीन के पैसों के लिए बिल्डर के चक्कर काट रहे हैं।
22 दिसंबर को अनिल पिता रामचंद्र बारिया ने एमआईजी थाना, डीआईजी से लेकर आईजी तक को भाटिया की शिकायत की। उन्होंने मय दस्तावेजों के भाटिया पर आरोप लगाया कि मैंने अगस्त में निपानिया के सर्वे नं. 163/3/1 की 0.070 हेक्टेयर (7534 वर्गफीट) जमीन का सौदा भाटिया की कंपनी से किया था। रजिस्ट्री 5 अगस्त 2016 को हुई। सौदा 75 लाख में तय हुआ था। सौदे की तय शर्तों के अनुसार भाटिया ने 20 हजार रुपए नकद दिए। 75 हजार का टीडीएस काटा और 74.05 लाख के तीन पोस्ट डेटेड चेक (पीडीसी) दिए थे जो 24 व 26 अक्टूबर 2016 को बाउंस हो गए।
फ्लैटों का कब्जा नहीं दिया
कमल कालरा का कहना है कि भाटिया और उनके बीच ब्लॉक ए के फ्लैट नंबर 103, 502 और 302 का सौदा हुआ था। बैंक से फाइनेंस करवा दिया। बावजूद इसके भाटिया ने कब्जा नहीं दिया। उल्टा, हम पर ही धोखाधड़ी का आरोप मढ़ दिया और खरीदे गए फ्लैट में अपने गुंडे छोड़ दिए।
भाटिया के खिलाफ यह पहला मामला नहीं
रामचंद्रनगर निवासी अनिल पिता प्रहलाददास माहेश्वरी ने शिकायत की कि 22 लाख रुपए में भाटिया ने फ्लैट का सौदा किया। जब रहने गए तो वहां दूसरों का कब्जा था। रजिस्ट्री भी उनके नाम है। शिकायत पर लसूड़िया पुलिस ने भाटिया के खिलाफ धारा 420 भादंवि के तहत केस दर्ज किया।
धोखाधड़ी के कई मामलों में जेल जा चुका है बिल्डर भाटिया
नोटिस देने पर झूठा जवाब लिखा
बारिया ने वरिष्ठ अधिवक्ता एपी पोलेकर के माध्यम से भाटिया और उसकी कंपनी को नोटिस भेजा। नोटिस में बाउंस हुए चेक का हवाला देते हुए उक्त रकम चुकाने की बात कही गई। अन्यथा कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। भाटिया ने नोटिस नहीं लिया। उल्टा, पोस्टमैन से लिफाफे पर लिखवा दिया कि पूरा पता लिखें। 13/1, साउथ तुकोगंज का जो पता लिखा है वह आशीष निगम का है। इसी तरफ कंपनी के पते 403, शगुन सटर्लिंग एबी रोड पर भेजा गया नोटिस ‘लेफ्ट’ की टीप के साथ वापस आ गया।
चेक बाउंस हुए तब तक बिल्डिंग तान दी
भाटिया की चालाकी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अगस्त 2016 में जमीन की रजिस्ट्री करवाई। अक्टूबर के चेक दिए जो उसे पता था कि बाउंस हो जाएंगे। बावजूद इसके भाटिया ने बारिया की जमीन पर 18 मीटर ऊंची बिल्डिंग का काम शुरू कर दिया। 25 दिसंबर तक जी+6 बिल्डिंग का स्ट्रक्चर तैयार है। फिनिशिंग बाकी है।
राजस्व रिकॉर्ड में अब तक बारिया का नाम
जिस जमीन पर भाटिया ने जी+6 बिल्डिंग तान दी है वह राजस्व रिकॉर्ड में अब तक अनिल पिता रामचंद्र बारिया निवासी 300/3, सर्वहारानगर के नाम पर दर्ज है।
आईडीबीआई में ये चेक हुए बाउंस
तारीख राशि
18 अक्टूबर 2016 25,00,000
19 अक्टूबर 2016 25,00,000
20 अक्टूबर 2016 24,05,000