कृष्णपाल सिंह इंदौर। उद्यानिकी विभाग द्वारा शासकीय फलबाग की खाली पड़ी जमीन पर एक पॉली हाउस तैयार किया गया है। इसमें उन्नत किस्म की सब्जियों के पौधे लगाए गए हैं। हाईब्रिड सब्जी के पौधे खेतों में ही नहीं, बल्कि घरों की छतों, आंगन और बॉलकनी में भी उगाए जा सकेंगे। विभाग ने किसानों के साथ ही आम लोगों को भी पौधे बेचने की तैयारी की है। इन पौधों की कीमत एक रुपए 48 पैसे निर्धारित की गई है।
जो लोग शासकीय फलबाग से बैंगन, टमाटर, पत्तागोभी और मिर्च के पौधे लेने आएंगे, उन्हें अपने किचन गार्डन में इसे उगाने में परेशानी न हो, इसके लिए विभाग लोगों को ट्रेनिंग भी देगा, ताकि अपने घरों में ही जरूरत के मुताबिक सब्जियां उगा सकें। उधर, इन पौधों के जरिये किसान कम वक्त में सब्जियों की अच्छी पैदावर ले सकेंगे। इससे उनकी कमाई बढ़ेगी। साथ ही देसी पौधों से अलग इन उन्नत पौधों में मिट्टी और वातावरण से होने वाली बीमारियां भी नहीं होंगी।
आॅटोमेटेड सिस्टम लगाया
हाईब्रिड पौधों को पनपने के लिए जरूरी वातावरण के अनुसार ही आधुनिक पॉली हाउस तैयार किया जा रहा है। इसके लिए पूरा आॅटोमेटेड सिस्टम लगाया गया है, जो जरूरत के मुताबिक हाईब्रिड पौधों को पानी, खाद और जरूरी दवाइयों का डोज देता है। यहां सब्जियों के पौधे के साथ ही नौरंगा और बिजली जैसे फूलों के हाईब्रिड पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इन्हें लोग घरों के आंगन और बॉलकनी में भी सजा सकते हैं।
हाईब्रिड पौधा 1.48 रुपए में
पॉली हाउस में कोको पिट के अंदर सब्जी के पौधों को पनपने के लिए जरूरी खाद व पानी दिया जा रहा है। 20 दिन में गोभी के पौधे खेतों में रोपने लायक हो चुके हैं। वहीं टमाटर और विभिन्न प्रकार के बैंगन के पौधे भी तैयार हो रहे हैं। इसकी कीमत बाजार में देसी पौधा 80 पैसे से एक रुपए के बीच है, जबकि पॉली हाउस में तैयार हाईब्रिड पौधों की कीमत 1.48 रुपए रखी है, ताकि सब्जियां उगाने वाले किसान इन्हें खरीदकर अपनी पैदावार बढ़ा सकें। इधर, इन पौधों को बेचने के लिए विभाग ने कैशलेस सिस्टम की भी तैयारी कर रखी है। फलबाग से हाईब्रिड पौधे खरीदने पर स्वाइप मशीन के जरिये ही पैसा देना होगा।
किसान कमा सकेंगे मुनाफा
पॉली हाउस में तैयार होने वाले इन हाईब्रिड पौधों से उन किसानों को फायदा होगा, जो देसी बीजों के आधार पर सब्जियां उगा रहे हैं। जमीन नहीं तैयार होने की वजह से इन पौधों में कीटों से जुड़ी बीमारियां कम होंगी। वहीं इन पौधों में दो महीने के भीतर ही सब्जियां आ जाएंगी। इसे बेचकर किसान मुनाफा कमा सकेंगे। वहीं घरों के आंगन, छत और बॉलकनी में भी लोग इन पौधों को उगा सकेंगे। इसके लिए उद्यानिकी विभाग उन लोगों को ट्रेनिंग भी देगा, जो यहां से किचन गार्डन में उगाने के लिए हाईब्रिड पौधे खरीदेंगे। विभाग इन पौधों को कैशलेस तरीके से बेचेगा। -विनोद कुमार कुशवाह, उद्यान विकास अधिकारी