विनोद शर्मा इंदौर। ढाई सौ करोड़ की एक्साइज ड्यूटी चोरी में कानपुर की रिमझिम इस्पात लिमिटेड के इंदौर स्थित ठिकानों पर गुरुवार को डायरेक्टर जनरल आॅफ सेंट्रल एक्साइज इंटेलीजेंस ने छापा मारा। कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में कर चोरी से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए। इस कार्रवाई को कंपनी के खिलाफ सितंबर में सेंट्रल एक्साइज और अक्टूबर में कानपुर और दिल्ली में हुई डीजीसीईआई की छापामार कार्रवाई का फॉलोअप बताया जा रहा है।
डीजीसीईआई दिल्ली की टीम गुरुवार सुबह सीजीओ भवन स्थित डिपार्टमेंट के स्थानीय कार्यालय पर इकट्ठा हुई और करीब 12 बजे कार्रवाई शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि एमजी रोड सहित आधा दर्जन ठिकानों पर कार्रवाई हुई।
रिमझिम इस्पात मुलत: कानपुर की कंपनी है। कॉर्पोरेट आॅफिस एपी-6 शालीमारबाग, नई दिल्ली में है। 21 सितंबर को सेंट्रल एक्साइज ने कंपनी के कानपुर, हमीरपुर और उन्नाव सहित एक दर्जन ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी। बाद में मामला सीबीआई और डीजीसीईआई को सौंप दिया गया। अक्टूबर से डीजीसीईआई लगातार कार्रवाई कर रही है। बताया जा रहा है कि जब्त दस्तावेजी प्रमाण को डीजीसीईआई की टीम दिल्ली लेकर जाएगी। वहां उन दस्तावेजों से मिलान होगा जिनमें टैक्स चोरी के मकसद से फर्जी तरीके से इंदौर के पतों पर इंट्री की गई थी।
2012 में एसआईबी ने की थी रेड
रिमझिम और उसकी सहयोगी कंपनी जूही इस्पात के खिलाफ दिसंबर 2012 को वाणिज्यिक कर विभाग की एसआईबी ने हमीरपुर-कानपुर में छापेमार कार्रवाई की थी। दो दिन तक कार्रवाई चली। बड़ी टैक्स की रकम जमा कराई गई।
2300 करोड़ रुपए का किया लेन-देन
सालाना 1500 करोड़ का कारोबार करने वाली कंपनी ने कानपुर बेस्ड कंपनियां बनाकर 2,300 करोड़ रुपए का लेन-देन किया लेकिन 256 करोड़ की एक्साइज ड्यूटी नहीं चुकाई। इस पर ब्याज भी वसूला जाएगा। इस हिसाब से सिर्फ एक्साइज की देनदारी ही 600 करोड़ से ज्यादा हो गई है। इसके बाद 120 करोड़ रुपए का वैट भी निकल रहा है। निदेशकों के ऊपर पर्सनल पेनाल्टी अलग से लगाई जा सकती है। बताया जा रहा है कि उन्नाव में 1000 करोड़ का प्लांट डालने वाली इस कंपनी ने 2300 करोड़ का कारोबार आॅउट आॅफ द बुक्स किया है।
मालिक योगेश अग्रवाल सलाखों के पीछे है
जिस वक्त एक्साइज ने छापेमार कार्रवाई की थी कंपनी के डायरेक्टर योगेश अग्रवाल ने चीन में होने की बात कही थी। डिपार्टमेंट बार-बार नोटिस-समन देकर तलब करता रहा लेकिन अग्रवाल नहीं पहुंचे। 19 अक् टूबर को अग्रवाल को दिल्ली एअरपोर्ट पर ही गिरफ्तार किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेजा था जो कि हर पेशी पर बढ़ती जा रही है।
यह भी हैं कंपनियां
> रिमझिम स्टेनलेस लिमिटेड :
> जुही अलॉय लिमिटेड
> नोवेल शुगर
> बद्रीनाथ मेटल्स प्रा.लि.,
> मर्चेंट चेम्बर आॅफ उत्तर प्रदेश
> जेएमपी कमर्शियल एंड क्रेडिट लिमिटेड
> डायरेक्टर : मनीष मित्तल, मनी, संजीवकुमार अग्रवाल, योगेश अग्रवाल, चेतनप्रकाश आर्य, राजीवकुमार गोयल