सुधीर शिंदे इंदौर। राजेंद्र नगर में आवसीय प्लॉट पर गड़बड़ कर बड़ी मल्टी खड़ी करने वाले बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए क्षेत्रीय पार्षद ने कई परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया है। कोर्ट स्टे की आड़ लेकर वर्षों पुरानी सात से अधिक दुकानों पर खड़Þे रहकर बुल्डोजर चलवा दिया। जैसे ही दुकानें ध्वस्त हुर्इं मल्टी का फ्रंट भी सामने आ गया। इस कारण जहां मल्टी की अवैध दुकानों और फ्लैटों की कीमतों में लाखों रुपए की बढ़ोतरी हो गई, वहीं दूसरी ओर मल्टी की गड़बड़ी का दबंग दुनिया में खुलासा होने के बाद खरीदारों में बेचैनियां भी बढ़ गर्इं। गुरुवार को वे मल्टी की वैधता से संबंधित दस्तावेज खंगलाने के लिए निगम सहित अन्य विभागों में जा पहुंचे।
खरीदारों का बनने लगा दबाव
मल्टी के निर्माण में हुए फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद से खरीदारों में हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि पेंट हाऊस के साथ ही फ्लैट और दुकानें खरीदने वालों में भी बेचैनी रही। कई लोगा बिल्डर वीरेंद्र सेनापत और उनके पार्टनर के पास सौदा निरस्त कर और रुपए वापस लेने की मांग लेकर भी पहुंचे थे।
दीपावली के दो दिन पहले चलाया था बुल्डोजर
दीपावली के दो दिन पहले सात दुकानों पर बुल्डोजर चलाने से पहले लंबे समय से उन्हें हटने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, ताकि अवैध मल्टी में चार के स्थान पर बनी 18 दुकानें और करीब 10 फ्लैटों की कीमतें मुह मांगी मिल सकें। सूत्रों के मुताबिक न्यायालय की आड़ लेकर दुकानें हटाने के लिए दीपावली का समय चुना गया। कारण कि लगातार छुट्टियां होने से न तो कार्रवाई प्रभावित होगी और न ही प्रभावित न्यायालय जा सकेंगे।
नियमानुसार हुई कार्रवाई
कार्रवाई नियमानुसार हुई। इसमें किसी प्रकार का द्वेष नहीं है। लोग अनावश्यक आरोप लगा रहे हैं।
- बलराम वर्मा, क्षेत्रीय पार्षद और एमआईसी सदस्य