अनूप सोनी/कृष्णपाल सिंह इंदौर। 500 व 1000 रुपए के नोट बंद होने के परिणामस्वरूप शादी-ब्याह का सीजन होने के बावजूद प्रमुख बाजारों में इन दिनों धंधा मंदा चल रहा है। सियागंज व मारोठिया में जहां कई व्यापारी उक्त नोट न लेते हुए अपने भरोसेमंद ग्राहकों को उधारी में सामान दे रहे हैं, वहीं अन्य पर 100 के नोट से भुगतान की मांग की जा रही है। इसके चलते लगभग सभी दुकानों में ग्राहकी न के बराबर है, जबकि आमतौर पर इस सीजन में खासी ग्राहकी रहती है।
व्यापारियों का कहना है पुराने ग्राहकों को उधारी में सामान दे रहे हैं, ताकि स्थिति सामान्य होने पर पैसा इकट्ठा मिल जाएगा। वहीं कई लोग बड़े शादी समारोह के बजाय छोटा आयोजन करने का मन बना चुके हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार दस फीसदी भी ग्राहकी नहीं है। हम भाव में भी कोई समझौता नहीं कर सकते। अगर कोई चीज हजार रुपए में खरीदी है तो उसे 800 में कैसे बेचें? इसीलिए सभी ने तय किया है कि भाव जो पहले था वही रहेगा।
शादी वाले घरों में नहीं रहा उत्साह
शादी के सामान की खरीदारी करने आए मुकेश व पूजा वर्मा ने बताया बाजार में कहीं भी 500 व 1000 के नोट नहीं चल रहे। लाइन में लगकर बैंक से लिए चार हजार रुपए में ही खरीदी कर रहे हैं। वर्तमान हालात ने शादी जैसे खुशी के आयोजन का उत्साह फीका कर दिया।
फिजूलखर्ची पर भी लगा अंकुश
ज्यादातर लोगों ने फिजूलखर्ची पर नियंत्रण किया है। अब गोली-दवाई, राशन, पेट्रोल आदि जरूरी चीजों पर ही खर्च कर रहे हैं। यही कारण है कि गत रविवार को भी होटलों आदि में बहुत कम लोग नजर आए, जबकि शनिवार और रविवार को यहां ज्यादा भीड़ उमड़ती है।
नियमित ग्राहकों पर भरोसा
जो व्यापारी वर्षों से नियमित ग्राहक हैं, उन्हें उधारी में माल दे रहे हैं। व्यापारियों को परेशानी नहीं है। बाजार में जो माल है, उसी ढंग से आ रहा है, तो नए ग्राहकों से भी हम उसी हिसाब से पैसा लेंगे।
-हीरालाल गोखरू,
मारोठिया बाजार
छोटे नोट में सामान ले रहे
बड़े नोट बंद होने पर ग्राहकी कम हुई है। हालांकि इतनी ज्यादा भी प्रभावित नहीं। जो लोग पहले हजार का सामान लेते थे, वे अब 300-400 का ले रहे हैं। शादी-ब्याह के सीजन में व्यापार पर फर्क जरूर पड़ा है।
-जुल्फिकार, व्यापारी, मारोठिया बाजार
शादी का कार्यक्रम किया सीमित
शादी के सीजन में बाजार में ग्रामीणों की ग्राहकी ज्यादा रहती है, लेकिन कहीं पर सोयाबीन कट गई है तो कहीं कटने वाली है। हमने पुराने ग्राहकों के लिए राशन खोल दिया है। तय किया है कि शादी कार्यक्रम सीमित करेंगे।
-दिनेश जैन, व्यापारी, मारोठिया बाजार
पुराने नोटों ने खत्म की ग्राहकी
ऐसा लग ही नहीं रहा कि शादी का सीजन चल रहा है। जब से 500 व 1000 रुपए के नोट बंद हुए हैं, तब से हमारी ग्राहकी लगभग खत्म हो गई। अब जब नए नोटों का चलन बढ़ेगा, तभी ग्राहकी बढ़ने की उम्मीद है।
-कमल शाह, व्यापारी, नृसिंह बाजार
इक्का-दुक्का ग्राहक ही आ रहे
दिनभर में इक्का-दुक्का ग्राहक ही आ रहे हैं। वे भी कपड़े खरीदकर ले जाएं, इसकी गारंटी नहीं रहती। कई ग्राहक बंद हो चुके नोट लेने का कहते हैं। सीजन होने के बावजूद इन दिनों ग्राहकी नहीं हो पा रही।
-आशीष जैन, व्यापारी,
क्लॉथ मार्केट
छुट्टे नोटों का है झंझट
जब तक 500 के नए नोट बाजार में नहीं आएंगे, 2000 के नए नोट भी काम के नहीं, क्योंकि 500-700 की खरीदी पर छोटे नोट पर्याप्त न होने की स्थिति में ग्राहक कों बाकी रुपए कैसे लौटाएंगे।
-जगदीश सुरजानी, व्यापारी, क्लॉथ मार्केट