रफी मोहम्मद शेख इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से संबद्ध एजुकेशन और मेडिकल कॉलेज भी अब आॅनलाइन सेवाओं का उपयोग कर पाएंगे। अभी तक ये विवि से आॅफलाइन मोड में जुड़े हुए थे। कॉलेज कोड 28 की जानकारी में इसी कारण इन कॉलेजों ने भाग नहीं लिया। नई सेवाओं के बाद ये प्रैक्टिकल नंबर से फॉर्म भरने तक का काम आॅनलाइन कर सकेंगे। विवि से एजुकेशन फैकल्टी के करीब 55 बीएड कॉलेज एफिलिएटेड हैं। वहीं एमएड कॉलेज दस हैं। उधर, विवि से तीन मेडिकल कॉलेज सहित करीब 30 डेंटल, यूनानी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी, नर्सिंग, फिजियोथैरेपी कॉलेज भी जुड़े हैं। इस प्रकार 280 में से केवल ये 100 कॉलेज ही अपना पूरा काम आॅफलाइन करते हैं।
मिलेगा यूजर नेम-पासवर्ड
विवि जिन कॉलेजों के साथ आॅनलाइन व्यवस्था करता है, उन्हें विभिन्न सुविधाएं मिलती हैं। इसमें विद्यार्थियों के एडमिशन फॉर्म से आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन, परीक्षा फॉर्म और प्रैक्टिकल नंबर तक सीधे प्राप्त किए जाते हैं। प्रत्येक कॉलेज को विवि और उच्च शिक्षा विभाग ने एमपी आॅनलाइन के माध्यम से एक यूजर नेम और पासवर्ड दे रखा है, लेकिन इन कॉलेजों को नहीं।
मनमानी बंद नहीं
नई सुविधा का बड़ा फायदा विवि और विद्यार्थियों को ही होना है। अधिकांश बीएड और मेडिकल कॉलेजों में फॉर्म भरने से प्रैक्टिकल नंबर तक के घपले लगातार सामने आते रहते हैं। इससे विद्यार्थियों को नुकसान के साथ ही रिजल्ट में भी समस्या आती है। विवि कई बार इसे लेकर कॉलेजों पर दंड लगा चुका है, लेकिन इनकी मनमानी बंद नहीं हुई। नई व्यवस्था से अब इन पर लगाम कसने की उम्मीद है।
अब सारी जानकारी
रजिस्ट्रार के अनुसार इन कॉलेजों को तुरंत इस सिस्टम से जोड़ा जा रहा है, ताकि समस्या खत्म हो और विवि भी सीधे इनसे संपर्क में रहे। वैसे नए कॉलेज तो अब सीधे जबलपुर मेडिकल विवि के अंतर्गत आ रहे हैं, लेकिन एजुकेशन कॉलेज सीधे विवि से ही जुड़े रहते हैं। इससे बीएड कॉलेजों में कॉलेज कोड 28 की नियुक्ति की जानकारी भी अब आॅनलाइन हो सकेगी।