27 Apr 2024, 08:18:31 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

विनोद शर्मा इंदौर। गोरक्षा भाजपा और विहिप जैसे हिंदूवादी संगठनों के प्रमुख एजेंडे में शामिल है। इसी एजेंडे पर एक भाजपा विधायक बारोली-अलवासा (उज्जैन रोड) की पहाड़ी को गोपर्वत बनाने में लगी हैं, वहीं दूसरी ओर बाणगंगा क्षेत्र के एक वरिष्ठ भाजपा नेता का परिवार अवैध खनन करके पहाड़ को खत्म करने पर आमादा है। इस परिवार ने मानव भूमि गोरक्षा ट्रस्ट की उस जमीन को भी खोद डाला, जो 250 गायों के साथ उज्जैन रोड पर गोशाला संचालित कर रही है।

मामला बारोली गांव का है। यहां वैष्णव विश्वविद्यालय से लगा पहाड़ है। इसके सामने 1999 से संचालित मुरारीलाल तिवारी गोशाला है। विधायक उषा ठाकुर इसकी ट्रस्टी हैं। ठाकुर ने जून में कलेक्टर पी. नरहरि से इस पहाड़ को गोपर्वत के रूप में विकसित करने की मांग की थी, ताकि पहाड़ न सिर्फ बचे बल्कि हराभरा भी हो। उनकी इस मांग के विपरीत भाजपा नेता विष्णुप्रसाद शुक्ला के परिवार द्वारा यहां जो अवैध खनन किया जा रहा है, इससे यह पर्वत ही खत्म होने लगा है।

विधायक ठाकुर की मांग और शुक्ला परिवार के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए कलेक्टर ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। कलेक्टर के आदेश पर खनीज विभाग ने खनन भी रुकवा दिया। इसके बावजूद यहां शुक्ला परिवार और उनके समर्थकों द्वारा बेखौफ खुदाई जारी है।

पहाड़ पर छिपा रखी हैं जेसीबी: दो व्यक्ति यहां ऐसे तैनात हैं जो पहाड़ तरफ किसी अंजान वाहन को आता देख सबको सचेत कर देते हैं।  मंगलवार को भी दबंग टीम की गाड़ी देखकर खुदाई रोक दी गई। मौके पर पहाड़ पर बिखरे पत्थरों के बीच एक पोकलेन खड़ी थी, नीचे डम्पर खड़ा था।  खुदाई क्षेत्र से 200 मीटर दूर पहाड़ पर पेड़ की आड़ में  एक पोकलेन और जेसीबी भी नजर आई।

‘बड़े भैया’ के खिलाफ बोले कौन...
आसपास के किसानों की मानें तो खुदाई निरंतर जारी है। 24 घंटे में 100 ट्रक से ज्यादा मुरम निकाली जाती है। खुदाई चूंकि बड़े भैया के नाम पर हो रही है तो बोले कौन? बकौल किसान, बोलकर तो मुसीबत ही मोल लेना है।

गुंडागर्दी के दम पर खुदाई

गोशाला से लगा रास्ता (सर्वे नं. 9/1 रकबा 0.801) है जो उज्जैन रोड और पहाड़ी के बीच है। पहाड़ तक पहुंचते ही दाहिने हाथ पर पांच से दस लोगों का एक डेरा नजर आता है। यहां आने वाले हर व्यक्ति पर इनकी पैनी नजर रहती है। मंगलवार को दबंग टीम को यहां डम्पर (एमपी09जीजी4711) और स्कॉर्पियो (एमपी09सीटी3224) खड़े दिखे। दोनों 593/16 नंदबाग कॉलोनी निवासी हरीनारायण और वीरसिंह नरवरिया के नाम दर्ज हैं।

बारोली पहाड़ में जो खदान थी उसका आंवटन दो-तीन महीने पहले ही रद्द किया जा चुका है। टीम को जांच के लिए भेजेंगे। खुदाई होती मिलती है तो कार्रवाई होगी।
- अनिल खन्ना, खनिज अधिकारी

बड़े स्तर पर पौधारोपण के साथ गोपर्वत बनने से पहाड़ भी बचेगा और पर्यावरण भी। कलेक्टर ने सीमांकन के लिए कहा था, लेकिन हुआ नहीं। जाने कहां अटका है।
- उषा ठाकुर, विधायक

खनन की जानकारी नहीं है। हम सिर्फ गोरक्षा के लिए संकल्पित हैं। 1999 से गोशाला चल रही है। गोपर्वत बनता है तो उसका लाभ गायों के साथ शहर को भी मिलेगा।
- डॉ. विनीता तिवारी, गोशाला संचालिका

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