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सलूजा ने तानी अवैध होटल एसपी-13 और कबाबीलाल

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 27 2016 10:04AM | Updated Date: Sep 27 2016 10:04AM
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विनोद शर्मा  इंदौर। शहर की सबसे विवादित कॉलोनी सर्वानंदनगर में द कैफे स्क्वेअर ही नहीं, ऐसी कई और अवैध होटलें भी हैं। फिर चाहे होटल एसपी-13 हो या उसके सामने बनी इमारत जहां कबाबीलाल नाम का रेस्टारेंट चल रहा है। दोनों इमारतें ओपी सलूजा की हैं जो सरकारी जमावट के कारण क्षेत्र में निर्माणकर्ताओं के उस्ताद और सरपरस्त बन चुके हैं।

सर्वानंद गृह निर्माण सहकारी संस्था ने पीपल्याराव की जिस जमीन पर सर्वानंदनगर नाम की कॉलोनी काटी गई है उसका 1975 से लेकर 2021 तक के मास्टर प्लान में भू-उपयोग औद्योगिक है। इसके बावजूद सलूजा ने कॉलोनी के प्लॉट नं. 41 ‘ए’ पर एसपी-13 नाम की होटल बना रखी है। जी+2+पेंट हाउस के नक्शे पर बनी इस होटल में दो दर्जन कमरे हैं, लेकिन पार्किंग इतनी भी नहीं है कि एक कार खड़ी की जा सके। फ्रंट एमओएस को एंगल की डिजाइन बनाकर कवर किया गया है। सारी पार्किंग सामने की सड़क पर होती है। 4शेष पेज-12

संपत्ति कर की भी चोरी
सलूजा रीयलबिल्ड प्रा.लि. और सलूजा एग्रोटेक एंड एग्रोफॉर्मिंग प्रा.लि. नाम की कंपनियों में अपने बेटे गौरव के साथ डायरेक्टर की भूमिका निभा रहे ओम प्रकाश सलूजा की इस होटल का नगर निगम के भवन अनुज्ञा शाखा के साथ ही राजस्व शाखा में भी कोई रिकॉर्ड नहीं है। दो साल से खड़ी इस अवैध इमारत का संपत्ति कर तक जमा नहीं हो रहा है। सलूजा का एक ही खाता है प्लॉट नं. 41 बी का जो कि महालक्ष्मी डेवलपर्स तर्फे पार्टनर गौरव पिता ओमप्रकाश सलूजा के नाम है। रिकॉर्ड में यह 5000 हजार वर्गफीट का प्लॉट ही है।

कबाबीलाल भी अवैध
सलूजा ने एसपी-13 के ठीक सामने एबी रोड से लगी हुई एक जी+2+पेंट हाउस बिल्डिंग और बना रखी है जिसका भी कोई नक्शा पास नहीं है। 100 बाय 20 वर्गफीट प्लॉट पर बनी इस बिल्डिंग में बगीचेदार पेंट हाउस के ऊपर भी करीब 500 वर्गफीट का टीनशेड लगा है। बिल्डिंग की ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल पर बने 1700 से 1800 वर्गफीट एरिया के हॉल कबाबीलाल रेस्टोरेंट के पास है।

25 लाख से ज्यादा में बचाई होटल
एसपी-13 होटल नगर निगम, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग और जिला प्रशासन की अनुमति के बिना बनी है। सलूजा के पास सहकारिता विभाग तक की मंजूरी नहीं है। बावजूद इसके दो साल से बनी इस होटल पर तीनों में से किसी भी महकमें ने कार्रवाई की हिम्मत नहीं की। सूत्रों की मानें तो इसकी वजह 25 लाख से ज्यादा रुपए हैं जो कि अब तक नगर निगम के भवन निरीक्षक, भवन अधिकारी से लेकर आला दर्जे के अधिकारियों तक को बंटे हैं।

पते में लापता
एसपी-13 यूं तो कॉलोनी के प्लॉट नं. 41 ए पर बनी है, लेकिन कहीं भी इसका पता सही नहीं लिखा जाता। कहीं 172 पीपल्यापाला रोड भंवरकुआं इंद्रपुरी लिखा है तो कहीं सिर्फ एबी रोड भंवरकुआं मीरा गार्डन के पास लिखा है। इसी तरह कबाबीलाल रेस्टोरेंट वाली बिल्डिंग का पता 169/1/3 पीपल्याराव लिखा जा रहा है।

जैसे सबके घर बने, वैसे होटल बनाई 
चूंकि सर्वानंदनगर में नक्शा पास नहीं होता इसीलिए एसपी-13 भी वैसे ही बनी, जैसे बाकी मकान बने हैं। कबाबीलाल वाली बिल्डिंग का नक्शा पास करवाया था। औद्योगिक जमीन पर होटल मान्य है।
- ओमप्रकाश सलूजा

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