आदित्य शुक्ला इंदौर। गोम्मटगिरि पर दो समाज में छिड़ी जंग ने अब आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। क्षेत्र की जमीन और सड़क को लेकर जैन और गुर्जर समाज दोनों ही पीछे हटने को तैयार नहीं है। अब 25 सितंबर को दोनों ने ही यहां अपने-अपने आयोजनों की घोषणा कर दी है, जिससे विवाद की स्थिति बन सकती है।
जैन समाज ने तीर्थ की बाउंड्रीवाल बनाने के लिए कार सेवा का आह्वान किया है। वहीं गुर्जर समाज ने भी इसी दिन महाभोज का आयोजन करने का निर्णय लिया है। भगवान बाहुबली दिगम्बर जैन ट्रस्ट गोम्मटगिरि का तर्क है कि वह मंदिर की सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवाल बनवा रहा है, वहीं गुर्जर समाज का कहना है कि उन्होंने देव नारायण जयंति के उपलक्ष्य में महाआरती और महाभोज रखा है।
मुफ्त बसें चलेगी
जैन समाजजनों को गोम्मटगिरि तक लाने-ले जाने के लिए विशेष तौर पर बसें चलाई जा रही है। ट्रस्ट ने वहां स्वल्पाहार और भोजन की व्यवस्था भी की है। इस दिन क्षमावाणी कार्यक्रम भी होगा। इसमें आचार्य शिव सागर महाराज भक्तामर वाले बाबा, मुनि विप्रणत सागर, मुनि विशेषसागर, क्षुल्लिका सुयशमति माताजी भी शामिल होंगी।
श्वेतांबर समाज का सहयोग - गोम्मटगिरि ट्रस्ट के मुताबिक कारसेवा में दिगम्बर जैन समाज के साथ श्वेतांबर जैन समाज भी पूरी ताकत के साथ शामिल होगा। संभावना है कि उस दिन जैन समाज के करीब 50 हजार सदस्य गोम्मटगिरि पहुंचेगे।
सड़क का विवाद
गोम्मटगिरि पर भगवान देव नारायण का मंदिर है और जैन समाज का तीर्थक्षेत्र भी। वर्षों से दोनों समाज के लोग मिलजुलकर यहां धार्मिक कार्य करते आ रहे हैं। लेकिन एकाएक सड़क बनाने को लेकर विवाद शुरू हो गया। जैन समाज ने सड़क के लिए जमीन देने की सहमति भी दे दी, लेकिन गुर्जर समाज सामने से सड़क बनाने की बात कर रहा है। दोनों पक्षों ने अपने-अपने दस्तावेज प्रशासन को सौप दिए हैं। मामले में अब कलेक्टर को निर्णय लेना है, लेकिन दोनों समाज उनके निर्णय का इंतजार किए बिना ही अपनी बात मनवाने की होड़ में जुट गए हैं।