पंकज भारती इंदौर। पढ़ाई के दौरान चार छात्रों ने स्टार्टअप खड़ा कर ई-रिक्शा बनाई है। जल्द इसका कमर्शियल उत्पादन शुरू होगा। एक्रोपोलिस टेक्निकल कैंपस में बीई अंतिम वर्ष के छात्र मोहित कुमावत, पंकज पांचाल, साहिल रजा और रवि गुजराती ने प्रोफेसर हेमंत मरमट के निर्देशन में इसे तैयार किया है। मरमट कहते हैं कि प्रदेश में पहली बार प्रोजेक्ट के रूप में वाहन तैयार किया गया है।
चार सीटर इस वाहन को थोड़ा बदलाव कर सात सीटर भी बनाया जा सकता है। इसमें सोलर पैनल भी लगाया जा सकता है। मैनेजमेंट से मंजूरी मिलने के बाद छात्रों ने इसे तीन माह में तैयार कर लिया। 19 अप्रैल को यह ई-रिक्शा तैयार हो गया था। इसकी डिजाइन से लेकर चेसिस तक का निर्माण छात्रों ने ही किया है। हालांकि बैटरी अन्य कंपनी की लगाई गई है।
सवा लाख में तैयार, कम हो जाएगी कीमत: ई-रिक्शा की लागत सवा लाख रुपए आई है, जिसकी फंडिंग कॉलेज मैनेजमेंट ने की है। बड़े स्तर पर इसका उत्पादन होने पर एक ई-रिक्शा की लागत 80 हजार रुपए आएगी। स्टार्टअप रजिस्ट्रेशन की तैयारी: कॉलेज मैनेजमेंट द्वारा स्टार्टअप के रजिस्ट्रेशन की अनुमति देने के बाद छात्रों ने इसकी तैयारी कर ली है। चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा वाहन निर्माण संबंधी विभिन्न दस्तावेजों को तैयार कर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की जा रही है। मैनेजमेंट छात्रों के साथ मिलकर ज्वॉइंट वेंचर बनाने के लिए तैयार है। वाहन का ब्रांड नेम फिलहाल तय नहीं किया गया है।
फुल चार्ज करने पर 100 किलोमीटर चलेगा
बैटरी पूरी तरह से चार्ज करने पर यह रिक्शा 100 किलोमीटर का सफर तय करेगा। फिलहाल मार्केट में जो ई-रिक्शा उपलब्ध हैं, उनकी कीमत 1.25 लाख रुपए तक है, जो फुल बैटरी में 60 से 70 किलोमीटर चलते हंै।
150 वाहनों का मिला आॅर्डर
छात्रों को देश के एक बड़े उद्योग समूह से 150 वाहन तैयार करने का प्रारंभिक आॅर्डर मिल चुका है। अब इसके कमर्शियल उत्पादन की तैयारी की जा रही है।