रफी मोहम्मद शेख इंदौर। वर्तमान में गवर्नमेंट कॉलेजों में फर्स्ट सेमेस्टर में एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। वहीं यूनिवर्सिटी की सेमेस्टर की परीक्षाएं हाल ही में खत्म हुई हैं, लेकिन दूसरी ओर उच्च शिक्षा विभाग ने 1 जुलाई से क्लासेस शुरू करने की पूरी जानकारी मांग ली है। वास्तव में क्लासेस तो शुरू हुई नहीं हैं, लेकिन अब नए आदेश के पालन में फर्जीवाड़ा होना निश्चित है।
उच्च शिक्षा विभाग के प्रदेश के सभी गवर्नमेंट कॉलेजों को भेजे गए पत्र में उनके यहां 1 जुलाई से क्लासेस शुरू होने की आशा जताई है। साथ ही यह क्लासेस कब से शुरू की गई हैं इसकी जानकारी एक प्रोफार्मा भेजकर मांगी है। 8 जुलाई को आयुक्त द्वारा भेजे गए इस पत्र में न केवल ग्रेजुएशन बल्कि पोस्ट ग्रेजुएशन की क्लासेस भी लगाने को कहा गया है। यह जानकारी 12 जुलाई तक सीधे उच्च शिक्षा विभाग कार्यालय को भेजी जानी है।
क्लासेस ही नहीं बनी
उधर, कॉलेजों में इस समय एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। 28 जून तक पहली काउंसलिंग के एडमिशन की प्रक्रिया चलती रही जबकि 8 जुलाई को दूसरी काउंसलिंग खत्म हुई है। इसमें कॉलेजों में 40 से 50 प्रतिशत तक एडमिशन भी नहीं हुए हैं। इस कारण अभी विद्यार्थियों की जानकारी के आधार पर सेक्शन बनाने का काम चल रहा है। हिंदी व अंग्रेजी और सीबीएसई व बोर्ड के विद्यार्थियों के आधार पर अलग-अलग फार्म छांटकर भी सेक्शन बनाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अधिकांश विद्यार्थी केवल एडमिशन लेकर चले गए हैं। इस कारण क्लासेस नहीं लग रही हैं।
परीक्षाएं खत्म हुई हैं
दूसरी ओर देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में बीए, बीकॉम व बीएससी सहित अन्य परीक्षाएं जून के अंत में ही खत्म हुई हैं। इस कारण विद्यार्थी परीक्षा के बाद अब छुट्टियां मना रहे हैं। फर्स्ट सेमेस्टर में तो नए विद्यार्थियों के कारण 40 प्रतिशत तक एडमिशन हो गए हैं, लेकिन थर्ड और फिफ्थ सेमेस्टर में तो एडमिशन ही नहीं हुए हैं। इनका रिजल्ट अगस्त तक आने की उम्मीद है। विद्यार्थी रिजल्ट आने के बाद ही कॉलेज में एडमिशन लेने आएंगे। इसी प्रकार पोस्ट ग्रेजुएशन में तो सेकंड और फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं ही नहीं हुई हैं। न केवल देवी अहिल्या बल्कि प्रदेश की अन्य यूनिवर्सिटीज में परीक्षाओं के संबंध में यही स्थिति है।
तो करेंगे ही फर्जीवाड़ा
चूंकि उच्च शिक्षा विभाग ने अब आदेश जारी कर दिया है तो कॉलेजों को मजबूरी में फर्जीवाड़ा करना होगा। सभी कॉलेज अपने यहां पर अभी नहीं लगी हुई क्लासेस भी कागजों पर शुरू होना बता देंगे जबकि वास्तव में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। उच्च शिक्षा विभाग भी अपने द्वारा पूर्व में घोषित कैलेंडर के हिसाब से चल रहा है। उसने यूनिवर्सिटीज, परीक्षाओं, रिजल्ट और एडमिशन की स्थिति देखी ही नहीं है। जबकि इस बार सिंहस्थ के कारण वैसे ही सेशन देरी से चल रहा है।